आंगनबाड़ी व आशा को मिली जिम्मेदारी
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान सोमवार से प्रारंभ हो गया है जो सात अक्टूबर तक चलेगा। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है। जो घर-घर जाकर एक से 19 वर्ष तक के बच्चों एवं युवकों को कीड़े की दवा खिलाएंगी।
सिद्धार्थनगर :राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान सोमवार से प्रारंभ हो गया है, जो सात अक्टूबर तक चलेगा। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है। जो घर-घर जाकर एक से 19 वर्ष तक के बच्चों एवं युवकों को कीड़े की दवा खिलाएंगी। अभियान की सफलता हेतु जहां नोडल की नियुक्ति की गई है, वहीं 21 पर्यवेक्षक कार्यक्रम पर पैनी नजर रखेंगे।
कृमि मुक्ति दिवस अभियान में क्षेत्र के 94576 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें 135 आशा व 158 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। एआरओ ओम प्रकाश त्रिपाठी को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जबकि एएनएम को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।सीएचसी अधीक्षक डा. वी के वैद्य ने कहा कि अधिकांश बच्चों में पेट से संबंधित बीमारियों का खतरा रहता है। जिसके कारण बच्चों में खून की कमी, कुपोषण, मितली, दस्त होना तथा वजन में कमी होती है। इसलिए यह दवा खिलाना जरूरी है। टीम में लगे कर्मियों को निर्देशित किया गया है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए दवा खिलाने में पूरी सतर्कता बरती जाए।