80 दिव्यागों की जनरेट की गई आइडी
चिकित्सकों के न पहुंचने से नहीं हो सका परीक्षण
सिद्धार्थनगर : बुधवार को विकास खंड मिठवल सभा कक्ष में दिव्यांग जनों के यूनिक आइडी हेतु आयोजित शिविर में कुल 80 दिव्यांग जनों का यूनिक आइडी जनरेट हेतु चिह्नाकन किया गया। इस दौरान दिव्यांग जनों का चिकित्सकीय परीक्षण भी किया जाना था पर चिकित्सक आये ही नहीं और दिव्यांगों को वापस हो जाना पड़ा।
भारत सरकार की सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा संचालित महत्वपूर्ण कार्यक्रम यूनिक आइडी हेतु दिव्यांग जनों ने आवेदन किया था। इस शिविर में चिकित्सकों की उपस्थिति न होने से किसी भी दिव्यांग की जांच नहीं हो सकी। दृष्टबाधित दनियापार निवासी गौतम, मसिना खास की नाजमा खातून, खरिका खास निवासी सुंदर, असनहरा के ध्रुपचंद्र, भरथना की सुमैया, परसा कला की बबिता सहित कुल 12 अपने आंख का परीक्षण करा विकलांग प्रमाण पत्र व उपकरण के लिए आवेदन करने आये थे पर चिकित्सक के न होने से सभी दृष्टबाधितों को बैरंग होना पड़ा। उपकरण मिलने की आस में आये करीब दो दर्जन दिव्यांगों को उपकरण भी नहीं मिल सका। इससे नाराज दिव्यांग इस शिविर को मात्र खानापूरी बताते जिम्मेदारों को कोसते रहे। इनमें ट्राई साइकिल, बैसाखी, व्हीलचेयर, ब्लाइंड स्टिक, कृत्रिम हाथ, कृत्रिम पैर आदि के लाभार्थी शामिल थे। दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी अनूप कुमार ¨सह, खंड विकास अधिकारी रघुनाथ ¨सह, एडीओ पंचायत दिलीप कुमार, हनुमान प्रसाद, मोहनलाल, उषा दुबे, वीरेंद्र कुमार , विनय ¨सह, कुंवर कन्नौजिया , विनय ¨सह आदि मौजूद रहे।