1181 ने लगवाया कोरोनारोधी टीका
कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण में गुरुवार को 18 केंद्रों पर 1181 लोगों को टीका लगाया गया। इनमें 488 पुरुष व 703 महिलाएं शामिल रहे। संयुक्त जिला अस्पताल 120 लाभार्थियों के सापेक्ष 24 फीसद यानी 29 लोगों को टीका लगा।
सिद्धार्थनगर : कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण में गुरुवार को 18 केंद्रों पर 1181 लोगों को टीका लगाया गया। इनमें 488 पुरुष व 703 महिलाएं शामिल रहे। संयुक्त जिला अस्पताल 120 लाभार्थियों के सापेक्ष 24 फीसद यानी 29 लोगों को टीका लगा।
जिले भर में 16 केंद्रों पर बने 21 बूथों पर 1773 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित था। सूची में शामिल आधे से कम लोग ही टीका लगवाने केंद्र पर आए। प्रथम टीका लगवाने वालों की संख्या बेहद कम रही। सिर्फ 23 फीसद लोगों ने ही टीकाकरण कराया। इटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 157 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई। जिसमें 44 पुरुष व 113 पुरुष शामिल रहे। 128 को दूसरे डोज की वैक्सीन लगाई गई। 29 ऐसे बुजुर्ग को कोविड का पहले डोज का टीका लगा, जिनकी आयु 60 वर्ष के ऊपर थी। अधीक्षक डा. बी के वैद्य, अनिल यादव, अमित मिश्रा, अकांक्षा, ओपी तिवारी, रीना तिवारी, जितेन्द्र त्रिपाठी आदि कर्मचारी मुस्तैद रहे। खुनियांव में बने बूथ पर 120 के सापेक्ष सिर्फ 19 लोगों को टीका लगा। सीएमओ डा. आइवी विश्वकर्मा, यूनिसेफ के जिला समन्वयक अमित शर्मा ने पीएचसी नौगढ़, संयुक्त जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। एसीएमओ व टीकाकरण के नोडल डा. सौरभ चतुर्वेदी ने बताया कि शुक्रवार को भी लोगों को टीका लगाया जाएगा। संचारी रोग नियंत्रण के लिए किया जागरूक सिद्धार्थनगर: संचारी रोग से बचाव के लिए साफ- सफाई की जरूरत होती है। सभी को इसमें सहयोग करना चाहिए। घर से निकले कचरे को नगर पालिका के बाक्स में ही डालें। कोरोना का टीका पूरी तरह सुरक्षित है। इसे लगवाने से कोरोना का संक्रमण होने का खतरा 80 फीसद तक कम हो जाता है।
यह बातें मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आईवी विश्वकर्मा ने कही। वह गुरुवार को मदरसा जामिया अशरफिया जियाउल इस्लाम सरोजिनी नगर में संचारी रोग नियंत्रण एवं कोरोना टीकाकरण को लेकर जागरूकता बैठक कर रहे थे। यूनिसेफ के जिला समन्वयक अमित शर्मा ने बताया कि वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। स्वास्थ विभाग के 99 फीसद लोगों का टीकाकरण किया गया है। किसी को कोई समस्या नहीं हुई है। डब्ल्यूएचओ एसएमओ डा. अनार सिंह धाकड़ ने कहा कि जिले में प्राइवेट अस्पतालों में भी कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। वहां भी इसका लाभ उठाया जा सकता है। मदरसे के प्रधानाचार्य मौलाना बरकत अली ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी है। कोरोना टीकाकरण और संचारी रोग नियंत्रण से बचाव के लिए सभी को सहयोग करना चाहिए। 45 वर्ष से ऊपर किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं तो टीका जरूर लगवा लें। नौगढ़ पीएससी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. प्रशांत मौर्या, बीसीपीएम रवि चौधरी, बीएमसी अयाज अहमद,मोहम्मद कासिम आदि मौजूद रहे। बुढ़ऊ बाजार में गंदगी
सोहना : भनवापुर ब्लाक के बुढ़ऊ बाजार में सफाई व्यवस्था बदहाल है। सफाई कर्मी दिखाई नहीं देते हैं। जगह-जगह कूड़े का ढेर है तो नाली बजबजा रही है। इधर संचारी रोग नियंत्रण अभियान चल रहा है, इसके बाद भी जिम्मेदार स्वच्छता की दिशा में कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। राम सागर, सजीवन, टीहुल, पप्पू, राजू ने ब्लाक प्रशासन से सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने की मांग की है।
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शेड्यूल के अनुसार नहीं मिलती बिजली
बिजौरा : न्याय पंचायत क्षेत्र में बिजली आपूर्ति शेड्यूल के अनुसार नहीं मिल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 18 घंटे बिजली आपूर्ति का रोस्टर है, मगर कोई दिन ऐसा नहीं बीतता है, जब शेड्यूल के मुताबिक सुचारू बिजली सप्लाई मिल रही हो। अमित, राहुल कुमार, राम शेष, कमलेश आदि विभागीय अधिकारियों से मांग की है कि ऐसी व्यवस्था बनाई जाए, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर आपूर्ति मिल सके।
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सपा की बैठक आज
इटवा : समाजवादी पार्टी के विधानसभा क्षेत्र के पदाधिकारियों की बैठक शुक्रवार को दिन में 11 बजे आहूत की गई है। पार्टी कार्यालय पर होने वाली इस बैठक में संगठन की मजबूती व पंचायत चुनाव पर चर्चा की जाएगी। यह जानकारी सपा महासचिव इटवा अब्दुल लतीफ ने दी।
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भोजन की गुणवत्ता को लेकर विवाद
इटवा : बीआरसी पर इन दिनों शिक्षकों का प्रशिक्षण चल रहा है। गुरुवार को भोजन की गुणवत्ता को लेकर विवाद हो गया। एक शिक्षक ने बाकायदा भोजन की थाली फेंक दी। जिसके बाद हंगामे की स्थिति बन गई। शिक्षक व व्यवस्था देख रहे कर्मचारी के बीच वाद-विवाद होने लगा। राहुल गुप्ता, मो. इमरान ने इसकी सूचना संगठन के लोगों को दी। जिला महामंत्री पंकज त्रिपाठी मौके पर पहुंचे फिर शिक्षकों के साथ मिलकर विवाद समाप्त कराया। बीईओ गोपाल मिश्र ने कहा कि वह बाहर हैं, पता चला है कि रसोई में घुसने से मना करने पर शिक्षक नाराज हो गए थे, जिन्हें समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया।