समूह की महिलाएं लगाएंगी काउंटर, 10 रूपये में मिलेगा दो थ्री लेयर मास्क
वाहन चेकिग के दौरान पुलिस टीम भी उपलब्ध कराएगी सस्ता मास्क समूह की महिलाओं को मिलेगा अनुदान
भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती : वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क पहनने की अनिवार्यता के बीच कम कीमत पर गुणवत्तापूर्ण मास्क की अपेक्षा हर कोई कर रहा है। इस जरूरत को पूरा करने के साथ मास्क बनाने में जुटीं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आमदनी बढ़ाने को लेकर पहल हुई है। चौक-चौराहों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अब 10 रूपये में दो मास्क मिलेंगे। वाहन चेकिग के दौरान पुलिस टीम भी सस्ता मास्क उपलब्ध कराएगी। इसे तैयार करने वाली महिलाओं को शासन से अनुदान मिलेगा।
कोरोना संक्रमण के चलते मास्क की मांग तेजी से बढ़ी है। लॉकडाउन के दौरान इस कमी को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने मोर्चा संभाला था। ब्लॉकवार निर्धारित केंद्रों पर महिलाओं ने थ्री लेयर मास्क तैयार कर इसे सस्ते दाम पर प्रशासनिक इकाइयों के साथ आम लोगों को उपलब्ध कराया था। समूह की इस पहल को अब शासन का साथ मिल गया है। चौक-चौराहों व अस्पतालों समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों पर समूह की ओर से काउंटर लगाकर मास्क की बिक्री की जाएगी। एक पैकेट में दो मास्क रहेंगे। इसके बदले मात्र 10 रूपये लिए जाएंगे। समूहों की ओर से तैयार मास्क राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविक मिशन की ओर से पुलिस विभाग को उपलब्ध कराया जाएगा। वाहन चेकिग के दौरान पुलिस बिना मास्क के निकलने वाले लोगों पर कार्रवाई के साथ तत्काल उन्हें 10 रूपये में दो मास्क देगी। यह पैसा वापस एनआरएलएम को दे दिया जाएगा। बेचे गए मास्क के सापेक्ष मांग पत्र बना कर भेजने पर शासन से इसका अनुदान जारी कर दिया जाएगा। शुरू किए गए स्थाई केंद्र
जिला मिशन प्रबंध अखिलेश ने बताया कि मास्क बनाने के लिए प्रत्येक ब्लॉक में एक अथवा दो समूहों को स्थाई रूप से काम दिया गया है। इन केंद्रों पर अब लगातार मास्क बनेगा। यहां से तैयार मास्क को सार्वजनिक स्थल पर निर्धारित काउंटर पर रखा जाएगा। समूह की महिलाएं ही इसकी बिक्री करेंगी। इस काम से लगभग 150 से 200 महिलाओं को रोजगार मिलेगा। एक तैयार मास्क की कीमत 18.60 रूपये निर्धारित है। इसमें 10 रूपये ग्राहक से लिए जाएंगे। 8.60 रूपये प्रति मास्क की दर से शासन से अनुदान मिलेगा।