आखिर कब होगी 'लापता' शिक्षकों की पड़ताल
श्रावस्ती : दो दिन पूर्व फर्जी शिक्षक को पकड़े जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी कई फर
श्रावस्ती : दो दिन पूर्व फर्जी शिक्षक को पकड़े जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी कई फर्जी शिक्षक पकड़े जा चुके हैं। इनमें से कई शिक्षा विभाग की आंखों में धूल झोंककर भाग जाने में सफल भी रहे हैं। मथुरा जिले में गिरफ्तार शिक्षक भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपित ने भी अपने बयान में कहा है कि श्रावस्ती में शिक्षकों की भर्ती में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है, लेकिन इसके बाद भी विभाग आंखें मूंदे बैठा है। अभी भी कई शिक्षक और शिक्षिकाएं संदेह के घेरे में हैं। इनमें से कईयों ने अभी तक विभाग को अपना आधार कार्ड उपलब्ध नहीं कराया है। जबकि कई शिक्षक और शिक्षिकाएं महीनों से विद्यालय ही नहीं आ रहे हैं।
केस- एक
शिक्षिका मेरठ में उपस्थिति श्रावस्ती में
सिरसिया ब्लॉक के चैलाही प्राथमिक विद्यालय की प्रधान शिक्षिका मीनू देवी 15 अगस्त से विद्यालय नहीं आई हैं। लेकिन उपस्थिति पंजिका पर अलग-अलग तरह से उनके हस्ताक्षर हैं। इससे पूर्व वह प्रावि गढ़ी में तैनात थीं। यहां पर यह निलंबित हुई और इन्हें सोनवर्षा के प्रावि में अटैच किया गया। बहाल होने के बाद इन्हें 12 जुलाई को यहां तैनाती दी गई।
केस- दो
एक दिन भी स्कूल नहीं आई शिक्षिका
सिरसिया ब्लॉक के भितुहरिया गांव की शिक्षिका रीना पाल को 20 जुलाई को बनकटवा के प्रावि से यहां अटैच किया गया है। लेकिन वह एक भी दिन स्कूल नहीं आई हैं। इस स्कूल में शिक्षक उपस्थिति पंजिका 20 अगस्त से बनी है।
केस- तीन
अपनी टीचर को ही नहीं पहचानते बच्चे
गिलौला ब्लॉक के लक्ष्मण नगर के प्रावि में गत 19 मई को शिक्षिका अपराजिता जौहरी की तैनाती की गई है। वह आज तक विद्यालय नहीं आई हैं। वह इससे पूर्व की तैनाती वाले स्कूलों में भी नहीं जाती थीं।
केस- चार
अक्सर गायब रहना इनकी आदत है
जमुनहा ब्लॉक के अचरौरा शाहपुर के मनोज कुमार, सिरसिया के तेंदुआ गांव के प्रावि की शिक्षिका सुनीता सिंह पूरे अगस्त माह विद्यालय नहीं आई। भरथा कला गांव के प्रावि के राम कुमार यादव अक्सर गायब रहते हैं।
क्या कहते हैं बीएसए -
बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमकार राणा का कहना है कि इस तरह का कोई मामला संज्ञान में नहीं है। जानकारी हुई है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।