मानदेय की मांग को लेकर शिक्षक महासभा ने किया प्रदर्शन
एक दिवसीय धरना देकर ज्ञापन सौंपा गया।
संसू, श्रावस्ती : वैश्विक महामारी कोरोना के प्रकोप के चलते बंद पड़े वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षकों को मानदेय का भुगतान नहीं हो पा रहा है। बुधवार को शिक्षक महासभा ने डीआइओएस कार्यालय में धरना-प्रदर्शन कर स्कूल बंद रहने के दौरान शिक्षकों को 15 हजार रुपये मासिक मानदेय देने की मांग की। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीआइओएस डॉ. चंद्रपाल को सौंपा गया।
प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के बैनर तले आयोजित धरना-प्रदर्शन में संगठन के मंडल अध्यक्ष दिनेश मिश्र ने कहा कि विगत मार्च माह से कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते विद्यालय बंद हैं। ऐसी स्थिति में स्ववित्तपोषित स्कूलों में बच्चों का शुल्क भी जमा नहीं हो रहा है। इससे शिक्षकों को मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इससे शिक्षकों का परिवार घोर आर्थिक संकट में है। उन्होंने कहा कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है। तब तक वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षकों को 15 हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जाए। प्रदेश संगठन मंत्री सत्यव्रत सिंह ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग में 87 प्रतिशत की भागीदारी निभाने वाले शिक्षक आज भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। प्रदेश सरकार का इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं है। संगठन के जिला अध्यक्ष दिनेश प्रकाश मिश्र ने पदाधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि आगामी शिक्षक विधायक चुनाव में एकजुट होकर अपने प्रतिनिधि को सदन में भेजें। जब तक हमारे प्रतिनिधि सदन में नहीं होंगे तब तक सरकार को हमारी आवाज सुनाई देगी। महामंत्री चंद्र प्रकाश शुक्ला ने कि सरकार संवेदनहीन हो गई है। समाज के प्रत्येक वर्ग का कोरोना महामारी में ध्यान रखा, लेकिन वित्तविहीन शिक्षकों की ओर कोई ध्यान नहीं है। यह तबका अपनी जरूरतों के लिए किसी की ओर हाथ फैलाने में भी संकोच करता है। ऐसे में जरूरतें पूरी न होने पर मनमसोस कर जीवन यापन कर रहा है। शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की। धरने में प्रधानाचार्य महासभा के जिला अध्यक्ष प्रहलाद कुमार पटेल, जिला महामंत्री वीरेंद्र वर्मा, संगठन के कोषाध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद पांडेय, प्रबंधक महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी तिवारी, कमलेश शुक्ला, दयाराम मौर्य, इंद्रजीत सिंह, ऋषिराम शुक्ला, उमाशंकर तिवारी, माखन लाल यादव, रामभगत पांडेय, सर्वेश कुमार राणा आदि मौजूद रहे।