विरोध प्रदर्शन में भी दो फाड़ में दिखी सपा
एक ही समय में जिला मुख्यालय पर दो अलग-अलग स्थानों पर हुआ मौन सत्याग्रह
श्रावस्ती : कृषि विधेयक व प्रदेश में बढ़ रहे अपराध के ग्राफ के विरोध में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी की ओर से मौन सत्याग्रह का आह्वान किया गया था। इस विरोध प्रदर्शन में सपा का अंतर कलह खुल कर सामने आ गया। एक ही समय में जिला मुख्यालय पर दो अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। यह आयोजन चर्चा के केंद्र में रहा। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को भी शांति व्यवस्था के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सर्वजीत यादव की अध्यक्षता में दहाना तिराहे के पास बगीचे में गांधी जी के चित्र पर पुष्प व माल्यार्पण क बाद मौन सत्याग्रह की शुरुआत की गई। प्रदेश नेतृत्व की ओर से सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक दो घंटे तक मौन सत्याग्रह करने के निर्देश दिए गए थे। यहां शांति व्यवस्था के लिए भिनगा कोतवाली की पुलिस मुस्तैद दिखी। पूर्व विधायक इंद्राणी वर्मा, युवा सपा नेता अमर यादव, पूर्व विधायक मुहम्मद रमजान, यशपाल सिंह, राजा खान आदि कार्यक्रम में शामिल हुए। सपाइयों ने पुलिस जवानों व अन्य लोगों को गुलाब का फूल भेंट कर मौन विरोध जताया। इसी दौरान पार्टी के उपाध्यक्ष रामअधार सोनकर की अध्यक्षता में पूर्व जिलाध्यक्ष जीतेंद्र यादव, युवजन सभा के जिलाध्यक्ष सत्य पाल पटेल, डॉ. इकबाल मंसूरी, अशरफ खान, सौरभ यादव आदि प्रदेश सरकार की नीतियों के विरोध में नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। परिसर में बैठ कर सपाइयों ने मौन सत्याग्रह शुरू कर दिया। दो स्थानों पर हो रहे आयोजन से प्रशासन के सामने असमंजस की स्थिति बन गई। सीओ हौसला प्रसाद व भिनगा कोतवाल देवेंद्र पांडेय ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर यहां के कार्यक्रम को समाप्त करने के लिए कहा। इस दौरान पुलिस प्रशासन व कार्यकर्ताओं के बीच तल्खी भी नजर आई। दो धड़े में बंटे सपाई मौन सत्याग्रह से विरोध को बुलंद करने के बजाय खुद के शक्ति का प्रदर्शन करते देखे गए। संगठन की यह फूट कार्यकर्ताओं के साथ समाज के लोगों के बीच भी चर्चा में रही।
वर्जन
समाजवादी पार्टी का मौन सत्याग्रह भिनगा-सिरसिया मार्ग पर दहाना स्थित बगीचे में हुआ है। कलेक्ट्रेट में हुए आयोजन के बारे में संगठन को कोई जानकारी नहीं है। इससे सपा का कोई लेना-देना नहीं है।
-सर्वजीत यादव, जिलाध्यक्ष, समाजवादी पार्टी, श्रावस्ती।