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बंद तो कहीं खाली मिले राजकीय बीज भंडार

श्रावस्ती : रबी की बोवाई चरम पर है, लेकिन गोदाम बीजों से खाली हैं। सोमवार को जागरण टीम ने

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Dec 2018 11:15 PM (IST)Updated: Mon, 24 Dec 2018 11:15 PM (IST)
बंद तो कहीं खाली मिले राजकीय बीज भंडार

श्रावस्ती : रबी की बोवाई चरम पर है, लेकिन गोदाम बीजों से खाली हैं। सोमवार को जागरण टीम ने बीज भंडारों का जायजा लिया तो अधिकांश केंद्रों पर दोहपर 12 बजे तक ताला लटकता मिला। जो केंद्र खुले भी थे वहां बीज उपलब्ध नहीं था। केंद्र पर मौजूद किसान बेचारगी की स्थिति दिखे। कुरेदने पर किसानों ने बताया कि बाजार से महंगे दर पर दोयम दर्जें की खाद-बीज खरीद कर गेहूं की बोवाई करने को विवश हैं। इसके उलट कृषि विभाग शत-प्रतिशत बीज वितरण का दावा कर रहा है। ब्लॉकवार कृषि विभाग के पांच बीज गोदाम हैं। इसके अलावा सहकारी समिति के 43 केंद्रों से खाद-बीज का वितरण किया जाता है। प्रस्तुत है जागरण टीम की ऑन द स्पॉट रिपोर्ट-

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केस एक -

हरिहरपुररानी ब्लॉक के राजकीय बीज भंडार में सुबह 11.20 बजे ताला लटक रहा था। बगल के कमरे में रह रहे चौकीदार दद्दन ने बताया कि केंद्र पर खाद-बीज नहीं है। किसान आते हैं और पूछकर लौट जाते हैं। केंद्र प्रभारी राजेंद्र प्रसाद अभी आए नहीं है।

केस दो -

सिरसिया ब्लॉक का राजकीय बीज भंडार सुबह 11.30 बजे बंद मिला। बीज खरीदने आए किसान देवी प्रसाद व राघवराम ने बताया कि केंद्र कभी-कभार खुलता है। खाद-बीज भी सीमित लोगों को ही मिल पाता है। अधिकांश किसान ऊंची कीमत पर बाजार से खाद-बीज खरीदते हैं।

केस तीन-

इकौना स्थित राजकीय बीज भंडार पर सुबह 10.15 बजे केंद्र प्रभारी नरेंद्र श्रीवास्तव अभिलेख दुरुस्त कर रहे थे। केंद्र पर सन्नाटा था। उन्होंने बताया कि 585 क्विंटल गेहूं बीज मिला था। एक माह पूर्व ही स्टाक समाप्त हो चुका है। गेहूं की बोवाई भी लगभग पूरी हो चुकी है। अब बहुत कम किसान बीज के लिए आते हैं।

केस चार-

जमुनहा ब्लॉक के साधन सहकारी समिति केंद्र भवनियापुर पर 12 बजे केंद्र खुला था, लेकिन प्रभारी गायब थे। यहां कुछ किसान बैठक कर आपस में चर्चा कर रहे थे। मोबाइल फोन पर हुई वार्ता में सचिव ने बताया खाद-बीज उपलब्ध नहीं है।

केस पांच -

दोपहर 12 बजे राजकीय बीज भंडार गिलौला के केंद्र प्रभारी मुनेश शर्मा ने बताया कि 1,240 ¨क्वटल बीज मिला था। दस दिन पूर्व स्टाक निल हो चुका है। तिलकपुर निवासी किसान दलजीत ने बताया कि बाजार से बीज खरीद कर गेहूं की बोवाई करनी पड़ रही है। सिसवारा गांव के किसान शिव प्यारे ने बताया कि सरकारी केंद्र से बीज न मिलने पर बाजार में किसान ठगे जाते हैं। बाहर मिलने वाले बीज के जमाव में भी समस्या आती है। क्या कहते हैं जिम्मेदार -

जिला कृषि अधिकारी आरपी राना ने बताया कि जिले को कुल 5074 क्विंटल गेहूं बीज आवंटित हुआ था। इनमें से पांच राजकीय बीज गोदामों से 4724 ¨क्वटल तथा साधन सहकारी समिति के गोदामों से 350 ¨क्वटल बीज वितरित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 69 हजार एकड़ क्षेत्रफल में गेहूं बोवाई का लक्ष्य रखा गया था। शत-प्रतिशत बोवाई हो चुकी है।


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