आसमान से बरस रही आग, सूखे तालाब, पशु-पक्षी बेहाल
पारा 39 के पार दोपहर होते ही सड़कों पर पसर जाता सन्नाटा
श्रावस्ती : अषाढ़ में आसमान से आग बरस रही है। गर्मी से जनजीवन बेहाल है। दोपहर होने से पहले सार्वजनिक स्थानों पर सन्नाटा छा जाता है। गर्मी से बचने के लिए लोग नहरों व नदियों में स्नान कर राहत पाने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 39.2 सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। तपती धरती के बीच ताल-तलैया भी सूख गए हैं। तालाबों में पानी न होने से पशु-पक्षी सब बेहाल हैं। जंगली जानवर भी आबादी की ओर रुख करने लगे हैं।
जून माह के शुरू होते ही सूर्य की तपिश बढ़ गई है। बढ़ रहे तापमान के साथ ही लू के थपेड़ों ने लोगों को हलकान कर रखा है। सूर्य चढ़ने के साथ ही गर्म हवाएं चलने लगती हैं, जिसके चलते लोग दोपहर होने से पहले ही घरों में कैद हो जाते हैं। पंखों से गर्म हवा निकल रही है। इससे लोग राहत नहीं पा रहे हैं। अनलॉक के पहले चरण में लू के थपेड़ों ने सभी को गमछा से मुंह ढकने को मजबूर कर दिया है। शाम पांच बजे ही लोग घरों से बाहर निकलते हैं। तालाबों में पानी न होने से पशु-पक्षियों को भटकना पड़ रहा है। जमुनहा ब्लॉक के ग्राम पंचायत अकारा के फोरलेन के किनारे बैभी मोड़ के पास तालाब सूखा पड़ा है। मनरेगा से बनवाए जा रहे तालाब भी सूखे हैं। सूखे पड़े तालाबों में पानी भरवाने की व्यवस्था नहीं की जा रही है।