मुहल्ला बना तालाब, गंदे पानी के बीच दो माह से घिरे लोग
घुटने भर पानी पार कर निकलते हैं मुहल्ले से बाहर संक्रामक बीमारियां फैलने का बना है खतरा
संसू, इकौना(श्रावस्ती) : वैश्विक महामारी कोविड-19 के खतरे के बीच संक्रामक बीमारियां भी लोगों पर हावी न हों, इसको लेकर स्वच्छता के प्रति सतर्कता बरतने को कहा गया है। संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के साथ स्वच्छता को लेकर विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। इकौना नगर में यह अभियान सरकारी फाइलों में दम तोड़ रहे हैं। नगर पंचायत क्षेत्र की लगभग एक हजार की आबादी दो माह से गंदे पानी से घिरी हुई है। मुहल्ला तालाब की शक्ल में नजर आता है। घुटने तक पानी उतर कर लोग घर से बाहर निकल पाते हैं। जिम्मेदार इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
इकौना नगर के बस स्टेशन परिसर, निरीक्षण भवन परिसर, बीआरसी भवन व महिला अस्पताल कॉलोनी में दो माह से जलभराव बना हुआ है। यहां जलनिकासी का इंतजाम न होने से लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल बना है। विवश होकर लोग जरूरी कार्यों के लिए घुटने भर पानी उतर कर बाहर आते हैं। इसी वार्ड में स्थित तहसील मुख्यालय का एकमात्र निरीक्षण भवन जलभराव के चलते निष्प्रयोज्य बना हुआ है। बस स्टेशन परिसर में अस्थायी सब्जी मंडी कोढ़ में खाज बनी हुई है। क्षेत्र के सैकड़ों किसान व व्यापारी जलभराव के बीच बैठकर सब्जी की बिक्री करते हैं। इस दौरान खराब सब्जियां वहीं भरे पानी में फेंक कर चले जाते हैं। यह सब्जियां पानी में सड़ कर बदबू पैदा करती हैं। इससे मुहल्ले में प्रदूषण फैलता जा रहा है। बीते माह नोडल अधिकारी का दौरा होने पर पंपिग सेट लगाकर पानी निकलवा दिया गया था। इस प्रकार निरीक्षण में ऑल इज वेल दिखा कर कर्तव्यों से इतिश्री कर ली गई। जलनिकासी होने के बाद लोगों को थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन बरसात होते ही एक बार फिर जलभराव हो गया है। लगातार पानी भरे रहने से मुहल्ले में संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है। इनसेट
शीघ्र होगी सफाई
नगर पंचायत इकौना के अध्यक्ष जीतेंद्र गुप्ता गुड्डू ने बताया कि जलभराव की समस्या का जड़ से समाधान करने का रास्ता निकाला जा रहा है। जल्द ही इस पर काम शुरू होगा। तब तक लोगों को राहत मिल सके, इसके लिए मुहल्ले में भरा पानी निकलवाकर साफ-सफाई कराई जाएगी।