प्रतिबंध का कड़ाई से पालन कराने को प्रशासन ने कसी है कमर
श्रावस्ती : शासन की ओर से पॉलीथिन पर प्रतिबद्ध लगाए जाने के बाद प्रशासन इसका कड़ाई से पालन करा
श्रावस्ती : शासन की ओर से पॉलीथिन पर प्रतिबद्ध लगाए जाने के बाद प्रशासन इसका कड़ाई से पालन कराने की तैयारी में है। इसके लिए नगर पालिका व नगर पंचायतों को जिम्मेदारी दी गई है। जागरूकता अभियान से लेकर जन संपर्क कर व्यक्तिगत तौर पर लोगों को पॉलीथिन के प्रयोग से बचने के लिए प्रेरित किया जाएगा। प्रतिबंध के बावजूद यदि किसी व्यापारी अथवा आम जनता में से कोई व्यक्ति पॉलीथिन का प्रयोग करते पाया गया तो उसके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई भी होगी।
नगर पालिका परिषद भिनगा व नगर पंचायत इकौना को मिलाकर अब तक प्रतिदिन लगभग पांच क्विंटल पॉलीथिन की बिक्री होती थी। रोज निकलने वाले कचरे में दोनों निकायों से चार से पांच क्विंटल के बीच पॉलीथिन का कचरा निकलता था। पॉलीथिन पर शासन की ओर से सख्ती से प्रतिबंध लगाया गया है। ऐसे में कचरे से पॉलीथिन निकलना बंद होगा तभी प्रतिबंध सफल हो पाएगा।
क्या है जिम्मेदारों की तैयारी
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि पॉलीथिन पर प्रतिबंध के आदेश का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। दोनों निकायों के अध्यक्षों व एसडीएम समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर इसके लिए रणनीति बनाई गई है। निकायों को आदेश का सख्ती से अनुपालन कराने के आदेश दिए गए हैं। इसके बाद भी यदि नगर क्षेत्र में कहीं पॉलीथिन भंडारण, ढुलाई अथवा बिक्री मिलती है तो संबंधित के विरुद्ध जुर्माना लगाने के साथ विधिक कार्रवाई भी की जाएगी। नगर पालिका परिषद भिनगा के अध्यक्ष अजय आर्य ने बताया कि नगर की जनता पॉलीथिन पर प्रतिबंध के पक्ष में है। प्रतिबंध के बारे में जानकारी देने के लिए एनाउंसमेंट कराया गया है। इसके बारे में प्रचार-प्रसार व जनसंपर्क के लिए टीम भी गठित की गई है। मजबूत कार्रवाई के लिए सोमवार को निकाय के बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। इसमें महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। इकौना नगर पंचायत अध्यक्ष जीतेंद्र गुप्ता ने बताया कि प्रतिबंध के आदेश का हर हाल में पालन कराया जाएगा। नगर के व्यापारियों के साथ बैठक कर इससे उन्हें अवगत कराया गया है। नगर क्षेत्र में प्रचार-प्रसार भी करवाया गया है। इसके बाद भी यदि कोई शासनादेश का उल्लंघन करते मिलता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई के लिए संस्तुति की जाएगी।
विकल्प मौजूद है और फायदेमंद भी
पॉलीथिन पर प्रतिबंध से खत्म हो चुके कागज के लिफाफे जैसे घरेलू उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। इससे कमजोर वर्ग की महिलाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। औसतन छोटे बाजार में एक दिन में एक क्विंटल कागज के लिफाफों की खपत होती है। यह पर्यावरण के लिए भी हितकारी होगा।
सत्य प्रकाश सोनी, व्यापारी, इकौना। पॉलीथिन पर प्रतिबंध का हर किसी को स्वागत करना चाहिए। इसके बाद जब लोग झोला लेकर घरों से बाहर निकलेंगे तो कपड़े के कारोबार से जुड़े दर्जियों को इसका फायदा मिलेगा। रोजगार के नए अवसर जन्म लेंगे। छोटे टेलरों के साथ घरेलू महिलाओं की भी आमदनी बढ़ेगी। इस प्रकार हम पैसा लगभग वही खर्च करेंगे जो अब तक पॉलीथिन जैसे विष पर खर्च हो रहा था, लेकिन इस पैसे से अब नुकसान शून्य व फायदे सैकड़ों होंगे।
-मनोज कसौंधन, व्यापारी, इकौना। चोरी छिपे हो रही बिक्री
पॉलीथिन पर प्रतिबंध प्रभावी होने के बाद भी नगर की कई दुकानों पर चोरी छिपे इसकी बिक्री की जा रही है। ग्राहक प्रभावित न हों, इस भय से सब्जी किराना व्यापारियों ने पहले से ही पॉलीथिन का स्टाक लगा लिया है। पॉलीथिन में रखकर की जा रही सामान की बिक्री लोगों के नजर में न आए, इसके लिए व्यापारी ग्राहक को सामान छिपाकर ले जाने अथवा बाइक की डिग्गी में रखने की सलाह देते हैं। ऐसे में कुछ लोग प्रतिबंध के आदेश को अंगूठा दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। हम शपथ लेते हैं
पॉलीथिन पर्यावरण के लिए जहर है। जिस धरती पर हमें जीवन यापन करना है। उसे स्वच्छ बनाए रखना भी हमारी जिम्मेदारी है। अपने नागरिक दायित्वों का बोध करते हुए मैं शपथ लेता हूं कि न स्वयं पॉलीथिन का प्रयोग करूंगा और न ही दुकान पर आने वाले उपभोक्ताओं को ही पॉलीथिन में कोई सामान दूंगा। लोगों को झोला लेकर आने के लिए प्रेरित करूंगा।
- माता प्रसाद गुप्ता, किराना व्यापारी, भिनगा। पॉलीथिन के कुप्रभावों व भविष्य के संकट से मैं भलीभांति अवगत हूं। थोड़ी सी सरलता के लिए पर्यावरणीय हितों से अब तक समझौता कर रहा था। न्यायालय व शासन ने पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाया है। मैं इस प्रतिबंध के साथ मजबूती से खड़ा हूं और शपथ लेता हूं कि अपने जीवन में पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करूंगा। समाज के लोगों को भी इसके लिए जागरूक करूंगा।
- सुनीत सिंह, दवा व्यापारी, भिनगा।