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नाम न पता फरार शिक्षकों से कैसे होगी वसूली

मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस पकड़ से दूर हैं आरोपित

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 10:36 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 10:36 PM (IST)
नाम न पता फरार शिक्षकों से कैसे होगी वसूली
नाम न पता फरार शिक्षकों से कैसे होगी वसूली

संसू, श्रावस्ती: परिषदीय स्कूलों में छद्म नाम से नौकरी कर रहे छह शिक्षकों को बर्खास्त करने के बाद विभाग की ओर से लगभग एक वर्ष पूर्व इनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था। वेतन व अन्य भुगतान की वसूली के लिए भी कार्रवाई शुरू हुई है, लेकिन इनमें से तीन शिक्षक मूल रूप से कहां के निवासी हैं तथा इनका वास्तविक नाम क्या है। इसकी जानकारी तक विभाग को नहीं है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि फरार जालसाज शिक्षकों से भुगतान के राशि की वसूली कैसे होगी।

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जमुनहा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय खांवा कला में तैनात शिक्षक मनोज कुमार, विकास क्षेत्र सिरसिया के डौंराबोझी में तैनात शिक्षक रामकुमार, अहलादनगर टिटिहिरिया में तैनात शिक्षक राजीव उपाध्याय, पकड़यिा में तैनात शिक्षक कन्हैया सिंह, गिलौला ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय धनऊपुर में तैनात शिक्षक शोभनाथ व भिखारीपुर मसढ़ी में तैनात शिक्षक अजीत कुमार शुक्ल के शैक्षिक अभिलेखों की विभाग की ओर से जांच कराई गई थी। इसमें कुछ शिक्षक छद्म नाम से नौकरी करते पाए गए थे तो कुछ के शैक्षिक अभिलेख फर्जी मिले थे। विभाग की ओर से इनके ऊपर जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसके बाद से ही जालसाज शिक्षक फरार हो गए थे। छह शिक्षकों को वेतन व अन्य मद में किए गए कुल एक करोड़ 37 लाख 21 हजार 245 रूपये के भुगतान के वसूली की कार्रवाई विभाग ने शुरू की है। इनमें से शोभनाथ व अजीत शुक्ला को जेल भी भेजा जा चुका है। कन्हैया सिंह की पहचान बलरामपुर जिला निवासी क्रांति कुमार के रूप में हुई है। मनोज कुमार, रामकुमार व राजीव उपाध्याय तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है। यह तीनों मूल रूप से कहां के निवासी हैं तथा इनका वास्तविक नाम क्या है, इस बारे में भी अभी तक विभाग व पुलिस को कोई जानकारी नहीं है। वेतन की रिकवरी के लिए नोटिस भेजकर औपचारिकता पूरी कर ली गई है। करोड़ों रूपये का गबन कर फरार चल रहे जालसाजों तक पुलिस का न पहुंच पाना अपने आप में बड़ा सवाल बना हुआ है।

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- फरार जालसाज शिक्षकों के विरुद्ध रिकवरी की कार्रवाई शुरू की गई है। सभी के खिलाफ संबंधित थानों में मुकदमा दर्ज है। वास्तविक आरोपितों की तलाश पुलिस करेगी।

ओमकार राणा, बीएसए

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दर्ज मुकदमों में जालसाज शिक्षकों की संख्या अधिक बताई जा रही है। एफआईआर नंबर के साथ इसकी सूचना दी जाए तो आरोपितों की तलाशी कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

अनूप कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक


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