राप्ती के जलस्तर पर टकटकी लगाए हैं तटवर्ती गांवों के लोग
श्रावस्ती: रविवार की सुबह चटख धूप खिलने के बाद दोपहर में अचानक आसमान पर काले बादल घिर गए अ
श्रावस्ती: रविवार की सुबह चटख धूप खिलने के बाद दोपहर में अचानक आसमान पर काले बादल घिर गए और थोड़ी ही देर में झमाझम बारिश शुरू हो गई। दिनभर रुक-रुक कर बरसात होती रही। इससे मौसम खुशनुमा बना रहा, लेकिन नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव से लोगों को परेशान होना पड़ा। बाढ़ की आशंका से तटवर्ती गांवों के लोग नदी के जलस्तर पर टकटकी लगाए हुए हैं। राप्ती बैराज पर नदी खतरे के निशान से 36 सेंटीमीटर नीचे बह रही है।
उमस भरी गर्मी के बीच झमाझम बारिश ने लोगों को काफी राहत दी। दिनभर रह-रह कर पानी बरसता रहा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के पहले बारिश होने से लोग भीगते हुए बाजार तक पहुंचे। लगातार दूसरे दिन हुई बारिश ने नगर क्षेत्र में जलनिकासी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। भिनगा व इकौना नगर में नालियां चोक होने से गंदा पानी सड़क पर बहता रहा। सुबह लगभग दो घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। इसके बाद जिले के अलग-अलग हिस्सों में बूंदाबांदी से मौसम खुशनुमा रहा। दिनभर आसमान में काले बादल छाए रहे। इसके अलावा ठंडी हवाओं के चलने से लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली। आसमान पर बादल घिरे होने से अभी बारिश की आशंका बनी हुई है।
राप्ती बैराज का जलस्तर
सुबह 8 बजे- 127.26
दोपहर 12 बजे-127.26
शाम 4 बजे- 127.24
खतरे का निशान 127.70
भाखला पुल का जलस्तर
सुबह 8 बजे- 118.170
दोपहर 12 बजे-118.140
शाम 4 बजे- 118.120
खतरे का निशान-119.500