अब प्राथमिक विद्यालयों में भी बनेंगे 'हाउस'
श्रावस्ती : बच्चों के बीच शैक्षणिक व अन्य प्रतिस्पर्धाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से परिषदीय विद्यालयों
श्रावस्ती : बच्चों के बीच शैक्षणिक व अन्य प्रतिस्पर्धाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से परिषदीय विद्यालयों में एक बड़ा बदलाव किया जा रहा है। इन स्कूलों में जल्द ही कांवेंट स्कूलों की तर्ज पर 'हाउस' का गठन किया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय में चार-चार हाउस होंगे। प्रत्येक हाउस का नेतृत्व शिक्षकों द्वारा किया जाएगा। इन शिक्षकों को हाउस मास्टर कहा जाएगा। यह हाउस मास्टर बच्चों के अभिभावक, मित्र और कोच की भूमिका निभाएंगे।
सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक अजीत कुमार उपाध्याय ने बताया कि प्रत्येक हाउस का नामकरण हाउस मास्टर के द्वारा किया जाएगा। हाउस का नाम किसी धर्म, जाति, संप्रदाय, क्षेत्र विशेष के नाम पर न होकर महापुरूषों, नदियों, पर्वतों अथवा रंग के नाम पर रखा जाएगा। इन हाउस के गठन का मूल उद्देश्य बच्चों के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को जाग्रत करना है। इन हाउस के मध्य अंतर हाउस खेलकूद, सांस्कृतिक, शैक्षणिक आदि गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इन प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
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हाउस के उद्देश्य -
बच्चों में दायित्व निर्वहन की भूमिका और संवेदनशीलता को विकसित करने के साथ ही साथ उनमें आत्मविश्वास जगा कर प्रतिस्पर्धात्मक और प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करना। कठिन परिस्थितियों में बच्चों में निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करने के साथ ही गुरुजन, वरिष्ठजन और सहपाठियों के प्रति आदर व स्नेह का भाव जागृत करना। विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की रचनात्मक, कलात्मक और संवाद क्षमता का विकास करना इन हाउस का मूल उद्देश्य है।
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क्या कहते हैं बीएसए -
बीएसए ओमकार राणा का कहना है कि सभी विद्यालयों में हाउस का गठन कराने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके बाद हाउस के मध्य शैक्षिक, सांस्कृतिक व खेलकूद की प्रतियोगिताओं का प्रत्येक तिमाही आयोजन किया जाएगा।