दो ग्राम पंचायतों के बीच फंस कर विकास को तरस रहे लोग
हरिहरपुर रानी (श्रावस्ती) : ब्लॉक क्षेत्र के अमवा व जरकुशहा ग्राम पंचायत की सीमा पर स्थित बसंतापुर व
हरिहरपुर रानी (श्रावस्ती) : ब्लॉक क्षेत्र के अमवा व जरकुशहा ग्राम पंचायत की सीमा पर स्थित बसंतापुर व श्रीनगरा गांव में पक्की सड़क तक नहीं है। बसंतापुर गांव के नाम से स्वीकृत प्राथमिक विद्यालय भी दो किमी दूर ठठिया में है। दो ग्राम पंचायतों की राजनीति के बीच यहां के लगभग डेढ़ हजार की आबादी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रही है।
ग्राम पंचायत अमवा के दत्तनगर से एक खड़ंजा मार्ग रामेश्वर प्रसाद पांडेय के घर तक गया है। यह छोटा रास्ता कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त है। इस राह पर अमवा व तिवारीपुरवा के सैकड़ों लोगों का आना-जाना है। श्रीनगरा गांव के पास तक पक्की सड़क बनी है। इसके बाद लोगों को कच्चे रास्ते से होकर गांव तक जाना पड़ता है। इस मार्ग पर बसंतापुर के अलावा ठठिया व रजगढ़वा गांव के लोगों का भी आना-जाना बना रहता है। पक्की सड़क न होने से इन गांवों के लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। आपातकाल में एंबुलेंस वाहन पक्की सड़क तक ही आता है।
छलका ग्रामीणों का दर्द
- ग्रामीणों ने बताया कि सासद व विधायक से श्रीनगरा व बसंतापुर को पक्की सड़क से जोड़ने के लिए तीन बार मुलाकात कर आग्रह किया गया है। लेकिन नतीजा सिफर ही रहा।
क्या कहते हैं ग्राम प्रधान
-ग्राम पंचायत अमवा की ग्राम प्रधान जैतूना बेगम ने बताया कि बसंतापुर गांव को जोड़ते हुए अमवा गांव तक के लिए पक्की सड़क बनाने का प्रस्ताव दो बार लोक निर्माण विभाग को दिया जा चुका है। जिला प्रशासन की ओर से इसे नजरंदाज किया जा रहा है। जरकुशहा के ग्राम प्रधान राजेंद्र प्रसाद पाडेय कहते हैं कि श्रीनगरा गांव को खड़ंजा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। सीमा विवाद में कुछ काम रुक रहा है।