एंबुलेंस का थमा चक्का, इलाज को भटके मरीज
श्रावस्ती विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे एंबुलेंस कर्मियों ने सोमवार को स्पोर्ट्स स्टे
श्रावस्ती : विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे एंबुलेंस कर्मियों ने सोमवार को स्पोर्ट्स स्टेडियम में वाहन खड़ा कर चक्का जाम कर दिया। एंबुलेंस न मिलने से जिला अस्पताल से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक मरीजों को भटकना पड़ा। ग्रामीण क्षेत्रों से जैसे-तैसे तीमारदारों ने मरीजों को अस्पताल पहुंचाया।
जीवनदायनी एंबुलेंस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शेष मणि उपाध्याय ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना काल में एंबुलेंस कर्मियों ने कोरोना वारियर्स के रूप में जान की परवाह किए बगैर सेवाएं दी। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाया। कंपनी बदलने पर कर्मचारियों की अनदेखी की जा रही है। कर्मचारियों की छंटनी कर उन्हें नौकरी से हटाया जा रहा है। हटाए गए एएलएस एंबुलेंस पर कार्यरत कर्मचारियों को वापस लिया जाए। कोरोना वारियर्स एंबुलेंस कर्मचारियों को ठेका से मुक्त करते हुए स्थाई किया जाए। कोरोना काल में जान गंवाने वाले कर्मचारियों के आश्रितों को सरकार 50 लाख रुपये बीमा राशि तथा सहायता राशि दे। कंपनी बदलने पर वेतन में किसी भी तरह की कटौती न की जाए। एंबुलेंस कर्मियों को जब तक नेशनल हेल्थ मिशन के अधीन नहीं किया जाता है तब तक मिनिमम वेज व चार घंटे की ओटी दिया जाए। इसके अलावा प्रतिवर्ष महंगाई भत्ता भी दिया जाए। प्रशिक्षण शुल्क के नाम पर कर्मचारियों से डीडी न ली जाए। स्पोर्ट्स स्टेडियम में एंबुलेंस वाहन खड़ा कर कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन किया। कोषाध्यक्ष सुधीर आनंद पाठक समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। इनसेट इमरजेंसी के लिए लगीं तीन एंबुलेंस:::::: जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108, 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष शेष मणि उपाध्याय ने बताया कि हड़ताल के दौरान भी मरीजों के लिए तीन एंबुलेंस लगाई गई थी। इन वाहनों ने सड़क हादसा व अन्य अति आवश्यक स्थिति में मरीजों को सेवाएं दी।