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शहीद के नाम पर बसा पूरे गोकुल सिंह गांव

भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती: जिला हरिहरपुररानी ब्लॉक का पूरे गोकुल सिंह गांव राजनैतिक रूप से जिले का

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Sep 2018 11:21 PM (IST)Updated: Fri, 14 Sep 2018 11:21 PM (IST)
शहीद के नाम पर बसा पूरे गोकुल सिंह गांव

भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती: जिला हरिहरपुररानी ब्लॉक का पूरे गोकुल सिंह गांव राजनैतिक रूप से जिले का सबसे सशक्त गांव माना जाता है। राजा भिनगा ने अपने शहीद बहादुर सैनिक के नाम पर इस गांव को बसाया था। रियासत पर डाकुओं के हमले में सैनिक गोकुल सिंह ने पेट फटने के बाद भी लड़ते हुए डाकुओं को मार भगाया था। इस युद्ध में उन्हें वीरगति प्राप्त हुई थी। यहां के भुजंग सिंह डाकुओं से युद्ध में भुजाएं कटने के बाद भी लड़ते रहे थे। वर्तमान में भुजंगा गांव इन्हीं के नाम पर बसाया गया था। यहीं भुजंग सिंह शहीद हुए थे। पूर्व विधायक स्व. मुन्नू सिंह की जर्जर हवेली गांव के वैभवशाली इतिहास की गवाह है। पूर्व ब्लॉक प्रमुख नरोत्तम सिंह के अलावा पूर्व जिपं सदस्य सुखराज सिंह यहां की मजबूत राजनैतिक शख्सियत हैं। वर्तमान में यहां सात ग्राम पंचायतों के प्रधान तथा दो जिला पंचायत सदस्य निवास करते हैं। पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुंवर सिंह व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रमन सिंह इसी गांव के हैं। गांव के लगभग आधा दर्जन लोग प्रशासनिक सेवा में हैं। दो दर्जन से अधिक लोग बैंक, वन, राजस्व व शिक्षा विभाग में सेवारत है।

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इनसेट ===

इन पर है नाज -

पूर्व विधायक मुन्नू सिंह, अधिवक्ता बच्चन सिंह व पूर्व एसडीएम राम सिंह का नाम इस गांव के लोग बड़े सम्मान के साथ लेते हैं। जिला पंचायत सदस्य रमन सिंह के अलावा अशोक कुमार सिंह उर्फ लाल साहब गांव के विकास के लिए समर्पण के भाव से जुटे रहते हैं।

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ये है खूबी -

पूर्व विधायक मुन्नू सिंह की जर्जर हवेली दर्शनीय है। गांव में देवी थान व ब्रह्मदेव स्थल ऐतिहासिक है। यहां प्रत्येक वर्ष बड़े धार्मिक आयोजन होते हैं। जंगल से सटे गांव में हरियाली लोगों को आकर्षित करती है। शिक्षा के प्रति लोगों की जागरूकता के चलते विकास के मामले में यह गांव अग्रणी है।

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आधार भूत ढाचा

मूलत: ग्राम पंचायत चकवा में भयापुरवा, चकवा, रेहारा, बिंडोहवा, डणवा, लट्ठबाजपुरवा, बागवानपुरवा, चमरपुरवा, गोड़ियन टोला मजरा है। यहां की कुल आबादी लगभग तीन हजार है। इनमें 2200 मतदाता पंजीकृत हैं। गांव के सभी मजरों में विद्युतीकरण है। तीन प्राथमिक व एक उच्च प्राथमिक विद्यालय व पंडित दीनदयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज, एएनएम सेंटर, पंचायत भवन, शव दाह गृह, रैन बसेरा व पोस्ट ऑफिस स्थित है। भिनगा कोतवाली की दूरी तीन किमी है। इतनी ही दूरी पर पशु चिकित्सा केंद्र है।

ये हो तो बने बात

-जलनिकासी के लिए नाली निर्माण की जरूरत है। -दो सफाईकर्मियों की तैनाती के बाद भी गांव में गंदगी का अंबार।

-एएनएम सेंटर क्रियाशील नहीं है। पंचायत भवन जर्जर है।

-उच्च प्राथमिक विद्यालय बिंडोहवा का भवन जर्जर है, जलभराव रहने के चलते बच्चे प्राथमिक विद्यालय ही पढ़ते हैं।

-शुद्ध पेयजल के लिए पाइप लाइन से जलापूर्ति की दरकार।

बोले जनप्रतिनिधि-

शासन की अपेक्षा के अनुरूप योजनाओं के माध्यम से गांव का समग्र विकास करने का प्रयास किया जा रहा है। जलनिकासी यहां की प्रमुख समस्या है। इसके लिए नाली निर्माण कराने की जरूरत है। जर्जर सड़क भी लोगों को परेशान करती है।

-रमन सिंह, सदस्य जिला पंचायत।

कार्यकाल में प्राप्त बजट से विकास कार्य कराया गया। जिला मुख्यालय से सटा गांव होने के चलते अभी बहुत कुछ होना बाकी है।

-रामकुंवारी, पूर्व ग्राम प्रधान, पूरे गोकुल सिंह।


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