आस्था के स्वागत में स्वच्छता का संदेश ताख पर
संवादसूत्र श्रावस्ती कजरी तीज पर्व के लिए रविवार की रात हिलोरे मारती आस्था का कदम-कदम पर
संवादसूत्र, श्रावस्ती: कजरी तीज पर्व के लिए रविवार की रात हिलोरे मारती आस्था का कदम-कदम पर आगे बढ़ कर स्वागत किया गया, लेकिन इस दौरान लोगों ने पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को नजरंदाज कर स्वच्छता का संदेश ताक पर रख दिया। सोमवार को सड़क किनारे जगह-जगह लगे प्लास्टिक व कूड़े के ढेर लापरवाही का सबूत दे रहे थे।
रविवार की सुबह से ही लक्ष्मननगर से सिरसिया तक सौ से अधिक स्टॉल कांवड़यिों के स्वागत के लिए लगाए गए थे। कोई फल बांट रहा था तो कोई जलपान करवाकर पुण्य का भागीदार बनने के लिए आतुर दिखा। इस दौरान प्लास्टिक की बोतल व पाउच में भरा पानी भी कांवड़यिों में बांटा गया। खाने-पीने की सामग्री प्लेट में लगाकर श्रद्धालुओं को आदर के साथ दिया गया। खाद्य सामग्रियों का प्रयोग कर श्रद्धालु कचरा स्टॉल के पास ही फेंक गए। रात भर स्टॉल चला, लेकिन सुबह कचरे को नष्ट कर स्वच्छता का संदेश देने की जिम्मेदारी किसी ने नहीं उठाई। सड़क पर निकल रहे लोग जगह-जगह लगे कचरे के ढेर को देख स्टॉल लगाने वालों को कोस रहे थे। सेवानिवृत्त प्रधान शिक्षक परशुराम त्रिपाठी का कहना है कि कचरे का प्रबंधन किए बिना लौटे लोग आधा-अधूरा पुण्य लेकर वापस चले गए।