आंख बचावै खातिर डर के मारे दीत है पैसा
श्रावस्ती: अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत मोतिया¨बद के ऑपरेशन से लेकर चश्मा वितरण तक सबकुछ निश्शुल्क
श्रावस्ती: अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत मोतिया¨बद के ऑपरेशन से लेकर चश्मा वितरण तक सबकुछ निश्शुल्क है। आंख की रोशनी सही सलामत वापस आ जाए, इसके लिए डर कर लोग पैसे की हर मांग पूरी करते हैं। जिम्मेदार आम आदमी के डर का फायदा उठाकर चश्मे की दुकान चला रहे हैं।
टडंवा गांव के उमादत्त शुक्ल ने अपने लहजे में बताया कि शरीर मा आंख सबकुछ है। ऑपरेशन के बाद रोशनी वापस आवै यहि कारण से जवन कुछ रुपया मांगत हैं दै दीन जात है। साहब लोग पैसा न मिलय पर नाराज होइकै आंख खराब न कै देय। यह कै डर लाग रहत है। शांती देवी ने बताया कि बाहर ऑपरेशन कराने जाने पर भी खर्च लगता है। यहां यही संतोष कर पैसा दे देते हैं कि कम से कम भटकना नहीं पड़ेगा और आसानी से काम हो जाएगा। कामेश्वर नाथ ने बताया कि चश्मा के लिए पैसा मांगने पर टोका था, लेकिन बताया गया कि सब फ्री नहीं मिलता है। चश्मे की कोई रसीद भी नही मिली तो भ्रष्टाचार का अंदेशा हो गया था, लेकिन किससे अपना दर्द बताएं। मुन्ना लाल पाठक ने बताया कि मेरे गांव के कई लोगों ने आंख का ऑपरेशन कराया है। सबसे चश्मे का पैसा लिया गया है। पैसा न देने पर जलालत भी झेलनी पड़ती है।
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क्या कहते हैं सीएमएस -
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. यूसी तिवारी ने बताया कि चश्मा वितरण कार्यक्रम का संचालन सीएमओ के स्तर से होता है। अंधता निवारण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी इसकी निगरानी करते हैं। जिला अस्पताल के कर्मियों से पूछताछ की गई है। यहां कोई दुकान नहीं चलनी चाहिए। इसके सख्त निर्देश भी दिए गए हैं।