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कर्मचारियों व अनुदेशकों ने धरना-प्रदर्शन कर बुलंद की आवाज

श्रावस्ती: पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर संयुक्त संघर्ष संचालन समिति ने तथा घोषित दर से मानदेय

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Sep 2018 12:00 AM (IST)Updated: Thu, 06 Sep 2018 12:00 AM (IST)
कर्मचारियों व अनुदेशकों ने धरना-प्रदर्शन कर बुलंद की आवाज

श्रावस्ती: पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर संयुक्त संघर्ष संचालन समिति ने तथा घोषित दर से मानदेय देने की मांग करते हुए पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति ने बुधवार को धरना देकर प्रदर्शन किया। प्रशासन को मांग पत्र सौंप कर शीघ्र कार्रवाई करने की अपेक्षा की गई।

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संयुक्त संघर्ष संचालन समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश मिश्र ने कहा कि प्रदेश के शिक्षकों, अधिकारियों व कर्मचारियों का पुरानी पेंशन हक है। इस हक से हमें वंचित नहीं किया जा सकता है। हम अपने हक के लिए आंदोलन को और तेज करेंगे। परिणाम आए बिना आवाज थमेगी नहीं। इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष केसरी कुमार शर्मा व मंत्री संतोष कुमार सोनी ने भी अपनी बात रखी। ओम प्रकाश वर्मा, गुरु नरायण पाठक, संदीप शांडिल्य, मुनव्वर मिर्जा, अयोध्या प्रसाद राना, यज्ञराम पाल, अजय कुमार पाठक, रामकुमार चौधरी ने धरना-प्रदर्शन को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान अशोक कुमार पाठक, कोमल तिवारी, राकेश गौतम, अशोक कुमार, नारायण जी, कृष्ण मुरारी आदि शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे। पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति की ओर से आयोजित धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष आशीष कुमार आर्य ने कहा कि खेल, स्वास्थ्य, कला व कार्यानुभव विषय में नियुक्त किए गए अनुदेशक अपने दायित्वों का निष्ठा के साथ निर्वहन कर रहे हैं। विद्यालय की अन्य गतिविधियों में भी पूर्ण मनोयोग से लगे हैं। शासन की ओर से मानदेय बढ़ाकर 17 हजार रुपये प्रतिमाह करने की घोषणा मार्च 2017 में की गई है। अभी तक नए दर से भुगतान न होना दुखद है। जिला महामंत्री ओम प्रकाश यादव ने कहा कि अनुदेशकों को छात्र संख्या के कारण बेरोजगार न किया जाए तथा प्रतिवर्ष नवीनीकरण के नाम पर हो रहे शोषण को समाप्त करते हुए स्वत: नवीनीकरण की प्रक्रिया लागू की जाए। महिला अनुदेशकों को विवाह के बाद ससुराल के नजदीक विद्यालय में स्थानांतरण की सुविधा दी जाए। इसके अलावा दुर्घटना व कम मानदेय के अवसाद में आत्महत्या की दशा में अनुदेशकों के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए। मांगे पूरी न होने पर 10 सितंबर को लखनऊ में धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी गई। इस मौके पर रामनरेश यादव, सर्वेश मुकुंद यादव, सुरेश यादव, संजीव वर्मा, प्रताप नरायण मौर्य, वंदना मिश्रा, सहजराम, दिनेश मौर्य, मनोज विश्वकर्मा, शिवपाल, फिजा खातून, गायत्री आर्या, अनीता यादव व सुमन शंकर तिवारी आदि अनुदेशक मौजूद रहे।


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