सीएचसी के 'इमरजेंसी' में दो बजते ही ताला
भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती : भिनगा नगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सिर्फ ओपीडी में ही मरीज
भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती : भिनगा नगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सिर्फ ओपीडी में ही मरीजों का उपचार किया जाता है। यहां दो बजे के बाद इमरजेंसी कक्ष में भी ताला लटक जाता है। अवकाश के दिनों में अस्पताल में सिर्फ प्रसव के लिए महिलाएं भर्ती की जाती हैं। नगर में सर्दी, जुकाम व हल्की चोट लगने पर भी इलाज के लिए लोगों को चार किलोमीटर का सफर तय कर संयुक्त जिला चिकित्सालय जाना पड़ता है। नगर के लोगों को इससे परेशानी हो रही है, लेकिन अस्पताल अपने तय रास्ते पर ही चल रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिनगा में सात चिकित्सक व तीन फार्मासिस्ट तैनात हैं। इनमें से एक चिकित्सक संयुक्त जिला चिकित्सालय भिनगा से संबद्ध हैं। अस्पताल संसाधनों से भी धनी है। यहां एक्सरे वार्ड व पैथालॉजी भी क्रियाशील स्थिति में है। इसके लिए कर्मी भी तैनात है, लेकिन यहां न तो एक्सरे हो रहा है और न ही पैथालॉजी में खून की जांच होती है। इलाज के नाम पर यह अस्पताल सिर्फ दो बजे तक ही खुलती है।
निर्भर है डेढ़ लाख आबादी
नगर पालिका परिषद भिनगा की कुल आबादी लगभग डेढ़ लाख है। इनमें से 50 हजार मतदाता पंजीकृत हैं। सीएचसी में 24 घंटे इलाज की व्यवस्था हो तो इस आबादी को काफी हद तक राहत मिल सकती है।
क्या कहते हैं सीएमओ
इमरजेंसी सेवा पूरी तरह बंद हैं ऐसा नहीं कहा जा सकता है। सीएचसी में प्रसव होता है। स्टाफ की कमी के चलते अन्य सीएचसी की तरह भिनगा नगर की सीएचसी में इमरजेंसी नहीं चल पा रही है। व्यवस्था को दुरुस्त करने की कोशिश की जा रही है।
-डॉ. वीके सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी।