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शिकार में सहयोग को अंग्रेजों ने बसाया था अहलादनगर टिटिहिरिया

-क्षेत्र के लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है प्राचीन हनुमान मंदिर -कार्तिक पूर्णिमा पर मेले में यहा

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 06:49 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 06:49 PM (IST)
शिकार में सहयोग को अंग्रेजों ने बसाया था अहलादनगर टिटिहिरिया
शिकार में सहयोग को अंग्रेजों ने बसाया था अहलादनगर टिटिहिरिया

-क्षेत्र के लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है प्राचीन हनुमान मंदिर

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-कार्तिक पूर्णिमा पर मेले में यहां उमड़ती है लाखों की भीड़

====मेरा गांव, मेरा गौरव=====

चित्र-17एसआरटी05 व 06-

हनुमान सोनी, सिरसिया (श्रावस्ती) : सिरसिया ब्लॉक के ग्राम पंचायत अहलादनगर टिटिहिरिया को अंग्रेजों ने बसाया था। यहां के लोग जंगल में शिकार करने में अंग्रेजों की मदद करते थे। यहां के मजरा कोयलहवा में भारी मात्रा में लकड़ी का कोयला तैयार किया जाता था। जनकपुर में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर व बाबा परमहंस महाराज की समाधि क्षेत्र के लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है। यहां स्थित पोखरा क्षयरोग निवारण करने वाला माना जाता है। हिमालय की गोद में स्थित जंगल से सटा यह गांव ऐतिहासिकता व आधुनिकता दोनों को समेटे हुए है।

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इन पर है नाज-

लंबे समय तक गांव के मुखिया रहे महादेव प्रसाद शुक्ल, डॉ. मुन्ना लाल शुक्ल पर यहां के लोग गर्व करते हैं। श्यामलाल पासवान अपनी ईमानदारी की वजह से जीवनभर चर्चित रहे। वर्तमान में भगवानदीन व पंडित बृजेंद्र शुक्ल समर्पण भाव से गांव की सेवा में लगे रहते हैं।

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ये है खूबी-

गांव के जनकपुर मजरे में स्थित प्राचीन मंदिर आसपास के गांवों के लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है। यहां स्थित पोखरा चर्म रोग निवारण करने वाला माना जाता है। इस स्थल पर कार्तिक पूर्णिमा में भव्य मेला लगता है। गांव के लोगों की आर्थिक स्थिति खेती पर ही निर्भर है। जंगल व पहाड़ों से निकटता के चलते यहां से प्रकृत की मनमोहक छटा देखने को मिलती है।

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आधारभूत ढांचा-

पांच मजरों वाली इस ग्राम पंचायत की कुल आबादी लगभग 3200 है। इसमें 1800 मतदाता पंजीकृत हैं। पठन-पाठन के लिए चार प्राथमिक व एक उच्च प्राथमिक विद्यालय स्थित है। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय भी इस गांव में स्थित है। गांव से लगभग आधा किमी की दूरी पर तथागत बुद्ध पॉलीटेक्निक कॉलेज है। यहां से थाने की दूरी मात्र डेढ़ किमी है। दो किलोमीटर की दूरी पर ब्लॉक मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित हैं।

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यह हो तो बने बात-

-जंगल के किनारे स्थित गांव में शुद्ध पेयजल के लिए पानी टंकी से आपूर्ति की आवश्यकता है।

-सभी मजरों में विद्युतीकरण है, लेकिन सोलर प्लांट गांव में लगे तो बात बने।

-उच्च शिक्षा के लिए इंटर कॉलेज तथा महाविद्यालय की आवश्यकता है।

-गांव के प्रतिभाशाली युवा खेल मैदान की जरूरत महसूस करते हैं।

-जनकपुर में स्थित पवित्र पोखरे की साफ-सफाई की जरूरत है।

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बोले जनप्रतिनिधि

चित्र-17एसआरटी07-

शासन की योजनाओं से गांव के सभी मजरों में विकास कराया जा रहा है। सीमावर्ती क्षेत्र व ब्लॉक मुख्यालय से निकटता होने से इस गांव को और विकसित करने की जरूरत है। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

-वकील, ग्राम प्रधान, अहलादनगर टिटिहिरिया।

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चित्र-17एसआरटी08-

गांव में नाली, खड़ंजा व सड़क दुरुस्त है। सफाई पर भी काफी काम किया गया है। अपने कार्यकाल में गांव का समग्र विकास कराया गया। वर्तमान में शुद्ध जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन पेयजल योजना की आवश्यकता है। इसके लिए भी पत्र लिखा गया है। -दिवाकर शुक्ल, पूर्व ग्राम प्रधान, अहलादनगर टिटिहिरिया।


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