आखें नम थीं, होठ देते रहे दुआएं
श्रावस्ती: वृद्धाश्रम में जीवन-यापन कर रहीं महिलाओं की रिक्तता उनके मायके व ससुराल के लोग भले महसूस
श्रावस्ती: वृद्धाश्रम में जीवन-यापन कर रहीं महिलाओं की रिक्तता उनके मायके व ससुराल के लोग भले महसूस न करें, लेकिन वे अपने फर्ज पर अडिग हैं। भाई की लंबी आयु के लिए प्रार्थना करने का वक्त मिला तो विधि-विधान से पूजन-अर्चन में जुट गई। भिनगा नगर स्थित दहाना तिराहे पर संचालित वृद्धाश्रम में शुक्रवार को परंपरागत तरीके से भाईदूज पर पूजन-अर्चन किया गया। इस दौरान वृद्ध महिलाओं के होठ दुआ दे रहे थे और आखें नम थीं।
भिनगा नगर में दहाना के पास संचालित वृद्धाश्रम में 68 वृद्धजन रह रहे हैं। इसमें 25 महिलाएं हैं। परिवार के लोग इनका सुधि लें या न लें पर महिलाओं में वात्सल्य व स्नेह परिवार से दूर रहकर भी छिप नहीं पा रहा है। भाईदूज पर्व पर वृद्धाश्रम में पूजन हुआ। यहां रह रही शांती देवी, कलावती, श्यामकली, लालबच्ची, रंजना, फूलमती, राजकुमारी आदि ने सजल नेत्रों से बताया कि भाई अपनी दुनिया में खुश रहे, स्वस्थ रहे। मेरा हाल जानने आए या न आए पर अपने परिवार को सुखी रखे इसी कामना के साथ व्रत रख कर भाईदूज पर्व पर पूजन-अर्चन किया है। व्यवस्थापक लेखाकार संदीप यादव ने बताया कि आश्रम में सभी त्योहार उत्साह के साथ मनाए जाते हैं।