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यारी है ईमान मेरा..यार मेरी जिदगी

दोस्ती एक ऐसा शब्द जो जाति-धर्म अमीरी-गरीबी नहीं देखता जो एक-दूसरे का दुख-सुख बांटे उसी का नाम दोस्त है। दोस्ती को दुनिया का सबसे खूबसूरत रिश्ता यूं ही नहीं कहा जाता। यह रिश्ता एक ऐसा फूल है जो न कभी मुरझाता है और न ही इसकी कभी महक जाती है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 10:34 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 10:34 PM (IST)
यारी है ईमान मेरा..यार मेरी जिदगी
यारी है ईमान मेरा..यार मेरी जिदगी

शामली, जागरण टीम। दोस्ती एक ऐसा शब्द जो जाति-धर्म, अमीरी-गरीबी नहीं देखता, जो एक-दूसरे का दुख-सुख बांटे उसी का नाम दोस्त है। दोस्ती को दुनिया का सबसे खूबसूरत रिश्ता यूं ही नहीं कहा जाता। यह रिश्ता एक ऐसा फूल है, जो न कभी मुरझाता है और न ही इसकी कभी महक जाती है। जरूरत होती है तो सिर्फ प्यार और विश्वासरूपी जल से इस रिश्ते को सींचने की। हम अपने दोस्त को खुशियां देने के लिए सबकुछ कर सकते है और अपनी दोस्ती को मजबूत करने के लिए ही मित्रता दिवस को युवाओं ने जश्न के रूप में मनाया, लेकिन आनलाइन। लाकडाउन के चलते दोस्तों से मिल तो नहीं सके, लेकिन सुबह से शाम तक आनलाइन बातचीत चली और एक-दूसरे के लिए बैंड भी खरीदकर रखे।

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अगस्त के पहले रविवार को दोस्ती का पर्व मनाया जाता है। चाहे उम्र की हाफ सेंचुरी लगाने वाले हों या आज के युवा, दोस्ती का भाव एक समान है। बस फर्क ये है कि पहले मित्रता दिवस पर ऐसा उल्लास नहीं दिखता था, जैसा अब दिखता है। बुजुर्ग तो पहले इस दिवस के बारे में कुछ जानते ही नहीं थे, लेकिन आज के युवा उल्लास के साथ इस दिन को अपने दोस्त के लिए यादगार बनाते हैं। रविवार को दोस्तों के ग्रुपों में शायरी से लेकर अपनी आवाज में दोस्त को गाना गाकर भेजा गया। कुछ लोगों ने एक-दूसरे के लिए संदेश भी लिखे। और संदेशों को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सभी से साझा किया। साथ ही दोस्तों के लिए विभिन्न एप के माध्यम से वीडियो भी तैयार की। इन्होंने कहा

मित्रता दिवस मेरे लिए खास से भी खास हैं। चूंकि मेरे दोस्त ही मेरी दुनिया हैं। जो प्यार, जो अपनापन दोस्त के साथ है। वह इस दुनिया में कहीं नहीं। साप्ताहिक लाकडाउन के चलते मिल तो नहीं सके, लेकिन आनलाइन ही यादगार बनाया। दोस्त के लिए एक प्यारा संदेश लिखा और इंटरनेट मीडिया पर साझा किया। बातचीत वीडियो काल प्लेटफार्म पर हुई और पूरे दिन एक-दूसरे को याद किया।

-अक्षि शर्मा

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मित्रता दिवस के मौके पर इस बार दोस्तों के साथ कोई पार्टी नही कर पाए। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से दोस्त को शायरी, बैंड भेजकर दोस्ती के इस दिन को यादगार बनाया।

-मदन


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