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गाड़ी, न संसाधन, कैसे रुके शराब तस्करी

जिले के आबकारी विभाग की हालत खस्ता है। विभाग के पास न गाड़ी है और न ही अपना भवन। किराए के भवन में चल रहा यह विभाग संसाधनों के अभाव से जूझ रहा है। आबकारी महकमा तस्करी रोकने के लिए मशक्कत कर रहा है जबकि प्रधानी चुनाव पास में आ गए हैं। संसाधनों का अभाव विभागीय टीम के सामने काफी मुश्किलें खड़ी कर रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Feb 2021 11:07 PM (IST)Updated: Tue, 16 Feb 2021 11:07 PM (IST)
गाड़ी, न संसाधन, कैसे रुके शराब तस्करी

शामली जेएनएन। जिले के आबकारी विभाग की हालत खस्ता है। विभाग के पास न गाड़ी है और न ही अपना भवन। किराए के भवन में चल रहा यह विभाग संसाधनों के अभाव से जूझ रहा है। आबकारी महकमा तस्करी रोकने के लिए मशक्कत कर रहा है, जबकि प्रधानी चुनाव पास में आ गए हैं। संसाधनों का अभाव विभागीय टीम के सामने काफी मुश्किलें खड़ी कर रहा है।

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नगर की कांबोज कालोनी में एक किराए के भवन में चल रहा जिला आबकारी विभाग एक बड़ा विभाग है लेकिन इस विभाग के पास वर्तमान में संसाधनों का अभाव है। कई सालों से किराए के भवन में तो कार्यालय है ही, साथ ही अधिकारियों के लिए भी गाड़ियों का अभाव है। आने जाने के लिए अधिकारियों ने किराए पर गाड़ियां ली हुई है। शराब तस्करी रोकने के लिए पुलिस टीम का अभाव है। जिले को शामली, कैराना व ऊन क्षेत्र में बांटा है। इन तीनों क्षेत्रों में सिपाहियों व निरीक्षकों की तैनाती भी बेहद कम है। बता दें कि शामली क्षेत्र के निरीक्षक दिनेश्वर नाथ त्रिपाठी की एक फरवरी 2020 को हादसे में मौत होने के बाद उनके स्थान पर अधिकारियों ने सहारनपुर में तैनात निरीक्षक अजय कुमार को शामली से संबंद्ध कर दिया था। वह जनपद में कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं कर सके। कैराना में तैनात रहे निरीक्षक व सिपाही एक मामले में निलंबित कर दिए गए। ऊन क्षेत्र में महिला निरीक्षक शिल्पी सिंह कार्य संभाले हुए है। उनके पास कोई टीम नहीं है। जबकि शामली जनपद में स्वीकृत तीन निरीक्षकों में से एक, दीवान पांच में से दो, सिपाहियों में 11 में मात्र दो सिपाही वर्तमान में विभाग के पास है। विभाग के पास संसाधन तो है ही नहीं, साथ ही शराब तस्करी रोकने के लिए पर्याप्त टीम भी नहीं है। जिला आबकारी अधिकारी हरीओम सिंह मात्र एक निरीक्षक व पांच सिपाहियों की मदद से मशक्कत कर शराब तस्करी पर काफी हद तक अंकुश लगाए है। राजस्व बढ़ाने को प्रयासरत है। यदि सूत्रों की माने, तो जिला अधिकारी ने विभाग में अधिकारी व कर्मचारी बढ़ाने के लिए विभागीय मुख्यालय को पत्र भेजा है। लिखा गया कि सत्र 2020-21 में आबकारी विभाग का राजस्व लक्ष्य 145.90 है। त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव (प्रधान) पास आ चुके है। शराब की तस्करी पर प्रभावी अकुंश लगाने के लिए जिला आबकारी विभाग में टीम की तैनाती बेहद जरूरी है। जिला आबकारी अधिकारी हरीओम सिंह का कहना है कि अधिकारियों को पूरी जानकारी दी गई है।


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