Move to Jagran APP

जान की सलामती के लिए संभलकर करें सड़क पार

शामली : भीड़ भरे माहौल में सड़क पर पैदल चलना भी वर्तमान हालातों में सुरक्षित नहीं रह गया

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 10:44 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 10:44 PM (IST)
जान की सलामती के लिए संभलकर करें सड़क पार
जान की सलामती के लिए संभलकर करें सड़क पार

शामली : भीड़ भरे माहौल में सड़क पर पैदल चलना भी वर्तमान हालातों में सुरक्षित नहीं रह गया है। यदि आप इधर-उधर सड़क के दोनों और देखकर नहीं चलेंगे तो हादसा होना सुनिश्चित समझिए। सड़क पार करते समय अनेक प्रकार की सावधानियां बरतनी होगी। किशोर अवस्था में यातायात के नियमों की जानकारी ज्यादा न होना भी जानलेवा बन सकता है।

loksabha election banner

वर्तमान में हर किसी व्यक्ति के पास अपने साधन है। कारोबार करने वाला हो या फिर नौकरीपेशा, सभी की एक चाहत होती है कि उसके पास अपना एक वाहन हो, भले ही यह वाहन चोपहिया न होकर दोपहिया ही हो, इस चाह को पूरा करने के लिए आज हर व्यक्ति दिन रात धन कमाने के लिए मेहनत कर रहा है। यहां तक मजदूर भी हाड़ तोड़ मेहनत कर रोजी रोटी कमाने के अलावा दोपहिया वाहन की जुगत में लगा है। इन हालातों के चलते सड़कों पर दिन निकलते ही वाहनों की भाग दौड़ शुरू हो जाती है। इस भाग दौड़ की ¨जदगी में यह जरूरी नहीं कि सभी को यातायात के नियमों का पता हो। इस वजह से वाहन चालक सड़क पर पैदल चलने वालों को अक्सर टक्कर मार देते है। इस प्रकार के हादसे आए दिन देखने में आते रहते है।

--

किशोरों को अकेले सड़क पार न करने दें

बड़े बुजुर्ग लोग काफी पहले से यहीं कहते रहे है कि किशोरों को अकेले सड़क पार न करने दे। क्योंकि एक तो उन्हें ज्यादातर यातायात के नियमों का पता नहीं होता। यहीं कारण है कि किशोर दोनों और देखकर सड़क पार करने की कोशिश नहीं करते। इसका परिणाम हादसे के रुप में सामने आता है। इन हालातों से बचने के लिए किशोरों को अपने परिपक्व करना जरूरी है।

--

जैबरा लाइन पर ही करना चाहिए क्रा¨सग

बड़े शहरों में पैदल चलने वाले लोगों को सड़कों पार करने के लिए सफेद रंग से जेबरा लाइन बनाई जाती है। लेकिन शामली जनपद जैसे छोटे इलाके में इस प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है। जबकि हादसों से बचने के लिए पैदल चलने वालों के लिए यह बेहद आवश्यक है। यदि किशोर अवस्था वाले युवकों की बात करें तो उन्हें यातायात नियमों व अचानक सामने या दाएं बाएं से आने वाले वाहन से बचने के बारे में भी जानकारी दी जानी चाहिए।

--

इन्होंने कहा-

चाहे पैदल चलना हो, या फिर किसी वाहन पर सवार होकर, यातायात के नियमों की जानकारी होनी बेहद जरूरी है। किशोर अवस्था वाले युवकों विशेष तौर पर छात्र-छात्राओं को यह जानकारी दी जानी चाहिए। स्कूल, कालेजों में संचालकों को इसके लिए जागरूक होना होगा-मनदीप सैनी, प्रधानाचार्या अर्पण पब्लिक स्कूल।

मामले में जिला यातायात अधिकारी भंवर ¨सह का कहना है कि सड़क पर पैदल चलने पर भी यातायात नियमों की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। नियमों का उल्लंघन या फिर अनदेखी जानलेवा हो सकती है। इसके लिए विभाग द्वारा अभियान भी चलाए गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.