प्रयोगशाला से लौटा केन मैनेजर का सुसाइड नोट, मिलान को मांगे दूसरे कागजात
जागरण संवाददाता, शामली : थाना आदर्श मंडी के गांव बधैव में अपने घर में माह जुलाई में गोली म
जागरण संवाददाता, शामली : थाना आदर्श मंडी के गांव बधैव में अपने घर में माह जुलाई में गोली मारकर ऊन चीनी मिल के सहायक कैन मैनेजर द्वारा आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। क्योंकि मृतक द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट को प्रयोगशाला ने वापस भेज दिया है। साथ में नोटिस भेजा है कि सुसाइड नोट से कुछ पता नहीं चल पा रहा है। इसलिए कुछ दूसरे कागजात हस्तलिखित मिलान के लिए भेजे जाएं। पुलिस को प्रयोगशाला से यह नोटिस हाल ही में मिला है। पुलिस ने अब आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। यह था मामला-
गांव बधैव निवासी जन विजय ऊन शुगर मिल में अस्सिटेंट कैन मैनेजर थे, जो विगत कई माह से नौकरी पर नहीं जा रहे थे। जनविजय ने घर में अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। परिजन उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जन विजय की पत्नी अंजू ने आदर्श मंडी थाने में मृतक के पति के बहनोई पूर्व आइएएस विनोद पंवार पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया था। अंजू का आरोप था कि नोट बंदी के बाद उसने पति ने अपने बहनोई के 52 लाख रुपये बदलवा दिए, जबकि और भी मोटी रकम बदलवाने का दबाव बनाया जा रहा था। मृतक ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर सुसाइड नोट को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा था।
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यह लिखा था सोसाइड नोट में-
मेरी मौत के जिम्मेदार मेरे बहनोई विनोद पंवार हैं, जिसने नोट बंदी के समय कुछ रुपये डलवाने को दिए थे। वे लोंगों द्वारा नहीं देने पर वापस नहीं हो सके। विनोद कुमार पंवार मुझे तभी से प्रताडि़त कर रहा है और मैं डिप्रेसन में आकर आत्महत्या कर रहा हूं। जिसका पूरा जिम्मेदार विनोद पंवार है। जिसने मेरी मां की छह बीघा जमीन जो दुहाई में है, वह भी कब्जा ली है और मेरे परिवार को भी परेशान कर रहा है। दस करोड़ रुपये दिलवाने का दबाव दे रहा है। मैंने उसे मना कर दिया। पचास लाख बदलवा दिए।
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इन्होंने कहा-
पूर्व केन मैनेजर जन विजय ने 11 जुलाई को आत्महत्या की थी। 12 को मृतक की पत्नी ने पति के बहनोई पूर्व आइएएस विनोद पंवार पर आत्महत्या करने के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया। 23 जुलाई को मृतक द्वारा छोड़े सुसाइड नोट को हस्तलिखित जांच के लिए फोरेंसिक प्रयोगशाला भेजा गया। अब दो दिन पहले ही वहां से एक पत्र के साथ सुसाइड नोट वापस आया है। कहा गया कि हस्तलिखित सुसाइड नोट कुछ प्रमाणित नहीं कर पाया। इसलिए दूसरे कागजात भेजे जाएं ताकि रिपोर्ट तैयार की जा सकें। पुलिस जल्द ही कागजात प्रयोगशाला भेजेगी
-सुनील कुमार ¨सह, प्रभारी आदर्श मंडी।