समाज को एक सूत्र में पिरो सकती है राम कथा
दयानंद नगर स्थित श्रीराम शिव मंदिर में कथा वाचक संत किरणचंद महाराज ने श्रीराम कथा के विभिन्न प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भाव-विभोर किया।
शामली, जेएनएन। दयानंद नगर स्थित श्रीराम शिव मंदिर में कथा वाचक संत किरणचंद महाराज ने श्रीराम कथा के विभिन्न प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भाव-विभोर किया। श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि कथा को कानों तक सीमित न रखें, बल्कि जीवन में आत्मसात करें।
कथा वाचक ने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन मर्यादित रहा। इस संसार में राम का नाम ही जीवन की नैया पार लगाता है। प्रभु राम के स्मरण मात्र से ही जीवन में शांति आती है। श्रीराम की भक्ति में बहुत शक्ति छिपी हुई है। राम कथा वास्तव में जीवन के सभी संबंधों का आदर्श है। हमारे संबंधों में भक्ति, त्याग, तपस्या, समर्पण व निष्ठा का भाव यथार्थ रूप में परिलक्षित होना चाहिए। वर्तमान परिवेश में श्रीराम कथा ही बनते-बिगड़ते संबंधों के बीच समाज को एकसूत्र में पिरो सकती है। उन्होंने कहा कि ईश्वर को पाने के लिए मन की निर्मलता आवश्यक है। मन निर्मल और शांत तभी हो सकता है, जब बाहरी वातावरण निर्मल, शुद्ध और सात्विक होगा। इस दौरान महेश धीमान, सतपाल शर्मा, शैलेंद्र शर्मा, विजयपाल, भानू, हरपाल शर्मा, शुक्रमपाल शर्मा, पंडित सतेंद्र शर्मा, रामकुमार, अमित, हर्ष आदि मौजूद रहे।