यहां सड़कों में गड्ढ़े नहीं, गड्ढ़ों में सड़क कहिए
सरकार सड़कों को गड्ढामुक्त करने का दावा कर रही है लेकिन कैराना क्षेत्र में सड़कों पर गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़क नजर आ रही है।
शामली, जेएनएन। सरकार सड़कों को गड्ढामुक्त करने का दावा कर रही है, लेकिन कैराना क्षेत्र में सड़कों पर गड्ढे नहीं, बल्कि गड्ढों में सड़क नजर आ रही है। सड़कों की हालत बेहद खराब है। आलम यह है कि सड़कें टूटी हुई हैं। साथ ही गहरे गड्ढे भी हो रहे हैं। इससे मार्ग से गुजरते राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कैराना के कांधला मार्ग पर स्थित मीट प्लांट से लेकर करीब 100 मीटर आगे तक सड़क बुरी तरह टूटी हुई है। इस सड़क में काफी गहरे ओर बड़े गड्ढ़े बने हुए हैं। इस मार्ग से दिनभर मेरठ व दिल्ली को जाने वाले हजारों छोटे बड़े वाहन गुजरते हैं। इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कैराना-कांधला मार्ग ही नहीं, बल्कि नगर के पानीपत खटीमा राज मार्ग का भी ऐसा ही हाल है। इसके अलावा बाईपास रोड व झिझाना रोड गड्ढों में तब्दील हो गया है। आलम यह है कि सड़कों में कई-कई फीट गहरे गड्ढे हो गए हैं। सड़कों में गड्ढों के कारण सफर करना मुश्किल हो गया है। सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना दुपहिया वाहन चालकों को करना पड़ रहा है। गड्ढों में जिदगी हिचकोले खा रही है। कई बार हादसे भी सामने आते रहे हैं। सरकार भले ही सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा करती हो लेकिन इन सड़कों को देखकर सरकार का यह दावा हवा-हवाई होता नजर आ रहा है। सड़क टूटने के कारण हादसों की भी संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन इस तरफ प्रशासनिक अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। गड्ढ़ों में डाले गए थे पत्थर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शामली में आने की सूचना पर सड़कों में हो रहे गड्ढ़ों को बंद करने के लिये पत्थर डाले गये थे। जिससे सड़कों में गहरे गड्ढे को दबा दिया गया था और साथ ही मिट्टी भी डाली गयी थी। लेकिन मुख्यमंत्री के वापस जाने के बाद फिर सड़क ज्यों की त्यों रह गयी है।