संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे डीएम, उमड़े फरियादी
कैराना: जुलाई माह का अंतिम सम्पूर्ण दिवस जिलाधिकारी इंद्र विक्रम ¨सह की अध्यक्षता में तहसील मु
कैराना: जुलाई माह का अंतिम सम्पूर्ण दिवस जिलाधिकारी इंद्र विक्रम ¨सह की अध्यक्षता में तहसील मुख्यालय सभागार कक्ष में हुआ। इस दौरान 77 शिकायत आई। जिनमें से दस शिकायतों का अधिकारियों ने मौके पर ही निस्तारण कर दिया। जिलाधिकारी ने फरियादियों की शिकायतों के निस्तारण में कोताही बरतने वाले अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी है।
कैराना तहसील मुख्यालय पर मंगलवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। डीएम शामली इंद्र विक्रम ¨सह की अध्यक्षता में चल रहे सम्पूर्ण समाधान दिवस कार्यक्रम में फरियादियों की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां सरकारी योजना के अंतर्गत आवास व शौचालय निर्माण, विधवा, वृद्धा एवं दिव्यांग पेंशन स्वीकृत कराने, नालियों, खाद के गड्ढों, चकरोडों एवं सरकारी भूमि से माफिया का कब्जा हटवाने, आरोपितों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही कराने आदि विभिन्न मामलों से सम्बंधित 77 शिकायती-पत्र प्राप्त हुई।
कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने दस शिकायतों का मौके पर निस्तारण कर दिया। शेष शिकायतों को शीघ्र निस्तारण हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया। इस दौरान आर्यपुरी देहात निवासी नवाब ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक चिकित्सक की जांच की मांग करते हुए शिकायती-पत्र दिया है।
जिलाधिकारी ने फरियादियों की शिकायतों के शीघ्र एवं गुणवत्तात्मक निस्तारण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस सरीखे कार्यक्रम सरकार की प्राथमिकता में निहित है। इन कार्यक्रमों में आने वाली शिकायतों को शासन स्तर पर भी गंभीरता से लिया जा रहा है। उन्होंने फरियादियों की शिकायतों को नजर अंदाज करने अथवा निर्धारित समय पर निस्तारण न होने पर अधीनस्थ अधिकारियों पर सीधे कार्यवाही की चेतावनी दी है।
कार्यक्रम में एसपी दिनेश कुमार पी, एसडीएम कैराना अरविन्द कुमार ¨सह, तहसीलदार रणबीर ¨सह, नायब तहसीलदार कोमेंद्र गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।
दभेड़ी खुर्द के प्रधानपति ने की शौचालय व आवास निर्माण की मांग
कैराना: गांव दभेड़ी खुर्द के प्रधानपति मुन्शाद अली चौहान ने मंगलवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थना-पत्र देते हुए बताया कि उसके गांव की आबादी लगभग सात हजार है, उसके गांव में मात्र 146 शौचालय है, जबकि दो सौ परिवार ऐसे हैं जिनके यहां शौचालय नहीं है। इसके अलावा उन्होंने तंगहाली में जीवन व्यतीत कर रहे तीस परिवारों के लिए आवास दिये जाने की मांग की है।