अब शामली की भी होंगी अपनी बस
जागरण संवाददाता, शामली : जिले में परिवहन व्यवस्था का हाल सुधरने जा रहा है। साल 2011 में जनप
जागरण संवाददाता, शामली : जिले में परिवहन व्यवस्था का हाल सुधरने जा रहा है। साल 2011 में जनपद बनने के बाद से बदहाल परिवहन व्यवस्था सुधरने की आस जगी है। अब तक शामली ऐसा जनपद था जहां अपनी कोई बस नहीं थी। डिपो अनुबंधित बसों के सहारे चल रहा था। यहीं वजह थी कि छह बजे के बाद शामली से बाहर जाने को एक भी बस नहीं थी। वर्कशॉप की भूमि पर पर जिला प्रशासन व परिवहन विभागों के बीच चल रहा सालों का विवाद अब सुलझ चुका है। काफी जद्दोजहद के बाद अब परिवहन विभाग 30 साल के लिए इस भूमि को लीज लेने पर राजी हो गया है। अब प्रस्ताव को हरी झंडी मिलते ही यहां वर्कशॉप का काम शुरू हो जाएगा।
उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम व जिला प्रशासन में शामली डिपो की वर्कशॉप की भूमि को लेकर चल रहा विवाद समाप्त हो चुका है। निगम मुख्यालय ने यूपी रोडवेज के शामली डिपो के वर्कशॉप को भूमि पट्टे पर देने की अनुमति दे दी है। दरअसल, पिछले चार दशकों से राज्य सड़क परिवहन निगम के शामली डिपो को भूमि नहीं अधर में लटका था। तीन साल पहले रोडवेज डिपो की स्थापना के लिए मुजफ्फरनगर मार्ग पर फतेहपुर ग्राम पंचायत की नौ बीघा भूमि का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। प्रदेश शासन ने निगम को भूमि खरीदने के लिए 47 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत करके बैनामा करने की जिम्मेदारी परिवहन निगम दी थी। जिसके बाद ही निगम के अफसरों ने जिला प्रशासन को 47 लाख रुपये की धनराशि जिला कोषागार में जमा कराई थी। जिला प्रशासन ने फतेहपुर गांव की नौ बीघा भूमि पर निगम को कब्जा करके अनुबंध करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। सहारनपुर परिक्षेत्र के आरएम ने जिला प्रशासन को पत्र भेजकर शामली रोडवेज डिपो की भूमि का बैनामा करने का अनुरोध किया था, लेकिन जनपद शामली प्रशासन ने भूमि के बैनामे से इंकार कर दिया था। इसके बाद से यह अटका पड़ा था। परिवहन निगम सहारनपुर के आरएम मनोज पुंडीर ने शामली रोडवेज डिपो की भूमि का पट्टे पर देने की अनुबंध प्रक्रिया को एआरएम शामली को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
--------------
वर्कशॉप का निर्माण हुआ तो मिलेगी 100 बसें
शामली डिपो के पास निगम की फिलहाल एक भी बस नहीं है। इसके पीछे वजह वर्कशॉप का न होना ही है। यदि वर्कशाप बन जाएगा तो रोडवेज डिपो की कम से कम 100 बसें हो जाएगी। जिसके बाद यात्रियों को 24 घंटे बसें मिल सकेगी। रोडवेज अधिकारियों की माने तो दिल्ली सहारनपुर हाइवे पर बसों की किल्लत शामली में वर्कशॉप के न होने के कारण हीं है। यदि यहां वर्कशॉप जल्द ही बन गया तो बसों के लिए लोगों को घंटों इंतजार नहीं करना होगा।
------
इनका कहना है-
वर्कशॉप के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। परिवहन निगम व प्रशासन में लीज पर जमीन लेने को सहमति बन चुकी है। जल्द ही अग्रिम कार्रवाई शुरू कराई जाएगी।
-मनोज वाजपेयी, एआरएम