रैन बसेरे तैयार, लोगों का इंतजार
शामली जेएनएन नगर निकायों में रैन बसेरे करीब दस दिन पहले शुरू हो गए थे। ठंड बढ़ने लगी है लेकिन अभी रैन बसेरों में आने वालों की संख्या कम ही है। कोरोना से बचाव के लिए सभी सावधानियों का पालन करने का दावा भी किया जा रहा है।
शामली, जेएनएन : नगर निकायों में रैन बसेरे करीब दस दिन पहले शुरू हो गए थे। ठंड बढ़ने लगी है, लेकिन अभी रैन बसेरों में आने वालों की संख्या कम ही है। कोरोना से बचाव के लिए सभी सावधानियों का पालन करने का दावा भी किया जा रहा है। शामली, कैराना, कांधला, ऊन, झिझाना, एलम, गढ़ीपुख्ता, बनत, जलालाबाद, थानाभवन में रैन बसेरे बनाए गए हैं। जिले में स्थाई रैन बसेरा नहीं है और सर्दी बढ़ने पर अस्थाई रूप से व्यवस्था की जाती है। कोरोनाकाल में बिस्तर दूरी-दूरी पर लगाए जा रहे हैं। अभी तो रुकने के लिए आने वालों की थर्मल स्क्रीनिग भी की जा रही है। शौचालय व पेयजल की व्यवस्था भी है। पहले तो एक व्यक्ति आता था और इस्तेमाल किए कंबल-गद्दे का प्रयोग हो जाता था। अब ऐसा होने पर कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा है। अभी रैन बसेरों में अधिक लोग नहीं आ रहे हैं तो एक व्यक्ति के इस्तेमाल के बाद कंबल-गद्दे को हटा दिया जाता है।
नगर पालिका शामली के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि रैन बसेरे में सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। थर्मल स्क्रीनिग और सैनिटाइजर का प्रबंध है। हालांकि अभी दो-तीन दिन ही तीन-चार लोग ही रुकने आए हैं। कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है। यहां आने वालों लोगों का तापमान भी लिया जाता है और हाथों को सैनिटाइज कराने की मशीन भी है। एक बार इस्तेमाल के बाद कंबल-गद्दे धुलवाए जा रहे हैं।
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महिलाओं के लिए अलग व्यवस्था
शामली नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि अभी तक कोई महिला रैन बसेरे में नहीं आई है। महिलाओं के लिए सभागार में अलग से व्यवस्था कर दी जाती है। कंबल-गद्दों की कोई कमी नहीं है। रोडवेज बस स्टैंड परिसर में जल्द ही रैन बसेरे के लिए व्यवस्था कर दी जाएगी। अलाव की व्यवस्था करने की तैयारी चल रही है।