असमंजस खत्म, चुनावी योद्धा उतरे मैदान में
सपा-रालोद गठबंधन भाजपा और बसपा ने अपने राजनीतिक पत्ते खोल दिए हैं। जिले की तीनों सीटों पर करीब-करीब प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं।
शामली, जेएनएन। सपा-रालोद गठबंधन, भाजपा और बसपा ने अपने राजनीतिक पत्ते खोल दिए हैं। जिले की तीनों सीटों पर करीब-करीब प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। भाजपा ने आशा के अनुरूप अपने दोनों विधायकों और हुकुम सिंह की बेटी मृगांका पर दांव लगाया है जबकि रालोद ने भी गहमागहमी के बाद थानाभवन से अशरफ अली और शामली से प्रसन्न चौधरी को मैदान में उतारा है। बसपा ने शामली और कैराना सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। अब केवल थानाभवन सीट पर बसपा प्रत्याशी की घोषणा बाकी है। आम आदमी पार्टी अपने प्रत्याशी पहले ही घोषित कर चुकी है। अब केवल कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची आना बाकी है।
शामली सीट पर प्रसन्न चौधरी को रालोद प्रत्याशी बनाने पर रालोद नेताओं ने ही उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इसके बाद रालोद मुखिया ने थानाभवन सीट पर प्रत्याशी की घोषणा रोक ली थी। हालांकि राव वारिस को भी कहीं समायोजित करने की चर्चा थी, जो निर्मूल साबित हुई। रालोद मुखिया चौ. जयंत सिंह ने पूर्व की चर्चाओं के आधार पर जलालाबाद के पूर्व चेयरमैन अशरफ अली को प्रत्याशी घोषित कर दिया।
भाजपा ने भी अपनी सूची में कोई खास बदलाव नहीं किया है। थानाभवन से विधायक और गन्ना मंत्री सुरेश राणा का प्रत्याशी बनना लगभग तय था। पार्टी ने उन्हीं के नाम पर मुहर लगाई। शामली सीट को लेकर जरूर भाजपा में बदलाव की चर्चाएं थीं, लेकिन आखिर में पार्टी ने अपने विधायक तेजेंद्र निर्वाल पर ही भरोसा जताया। कैराना सीट से भी अपेक्षा के अनुरूप टिकट दिया है।
काफी दिन पहले से हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह के नाम की चर्चा थी। शनिवार को प्रत्याशियों की सूची आई तो नाम मृगांका का ही था। बसपा शामली से बिजेंद्र मलिक और कैराना से राजेंद्र सिंह को प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। आम आदमी पार्टी भी शामली से बिजेंद्र मलिक, थानाभवन अरविद देशवाल और कैराना से तरसपाल को उम्मीदवार घोषित कर चुकी है।