सपा और रालोद में राजनीतिक हलचल तेज
आशंका आखिर सच साबित हुई। पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक के बेटे और शामली के पूर्व विधायक पंकज मलिक ने कांग्रेस छोड़ ही दी। राजनीतिक हलकों में काफी दिनों से चर्चा चल रही थी कि पंकज कांग्रेस छोड़ेंगे।
जेएनएन, शामली। आशंका आखिर सच साबित हुई। पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक के बेटे और शामली के पूर्व विधायक पंकज मलिक ने कांग्रेस छोड़ ही दी। राजनीतिक हलकों में काफी दिनों से चर्चा चल रही थी कि पंकज कांग्रेस छोड़ेंगे। हालांकि पंकज ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि वे किस राजनीतिक दल का दामन थामेंगे। ऐसे में सपा और रालोद में सियासी हलचल तेज हो गई है।
पंकज मलिक वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक कांग्रेस के टिकट पर शामली से विधायक रहे थे। पिछले चुनाव में भाजपा के तेजेंद्र निर्वाल ने उन्हें पराजित किया था। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे जिले में राजनीतिक हलचल तेज होती जा रही हैं। पंकज मलिक जिस भी दल का दामन थामेंगे जिले के राजनीतिक हालात करवट ले सकते हैं।
मंगलवार शाम पंकज मलिक ने पार्टी छोड़ने की तो पुष्टि की, लेकिन आगामी राजनीतिक कदम का फैसला दो-तीन दिन में लेने की बात कही। अब देखना यह है कि वे किस पार्टी का दामन संभालते हैं। पंकज और उनके पिता हरेंद्र मलिक दोनों ही कददावर नेता रहे हैं। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि वे सपा या फिर रालोद का दामन थाम सकते हैं। यह भी किसी से छिपा नहीं है कि वे एक सधी हुई रणनीति के तहत पार्टी छोड़ रहे हैं। उधर, पंकज के पार्टी छोड़ते ही दोनों दलों में टिकट की उम्मीद में जुटे कई लोगों की नींद उड़ गई है।
राज्य महिला आयोग की सदस्य 21 अक्टूबर को आएंगी शामली
जिले में महिलाओं की समस्याओं और शिकायतों के निस्तारण के लिए राज्य महिला आयोग की सदस्य राखी त्यागी आगामी 21 अक्टूबर को शामली पहुंचेंगी। आयोग सदस्या यहां कलक्ट्रेट में महिलाओं की समस्याएं सुनकर निदान कराएंगी। डीएम जसजीत कौर ने बताया कि मिशन-शक्ति फेज-03 के तहत महिलाओं से जुड़ी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के साथ ही महिला उत्पीड़न की रोकथाम व पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से 21 अक्टूबर को सुबह 11 बजे कलक्ट्रेट सभागार में सदस्या राज्य महिला आयोग राखी त्यागी की अध्यक्षता में बैठक होगी। इस जनसुनवाई कार्यक्रम में जिले की कोई भी महिला पहुंचकर राज्य महिला आयोग सदस्या को समस्याओं या शिकायत दर्ज करा सकती है। पीड़ित महिलाओं की शिकायतों का तेजी से निस्तारण कराया जाएगा।