पांच किलोमीटर के दायरे तक रहा खाकी का सुरक्षा चक्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन को लेकर पुलिस सतर्कता का आलम यह था कि अधिकारियों ने सुरक्षा के लिए कार्यक्रम स्थल से पांच किलोमीटर तक के दायरे में सुरक्षा घेरा बनाया हुआ था।
शामली, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन को लेकर पुलिस सतर्कता का आलम यह था कि अधिकारियों ने सुरक्षा के लिए कार्यक्रम स्थल से पांच किलोमीटर तक के दायरे में सुरक्षा घेरा बनाया हुआ था। वीआइपी गेट से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए एक नहीं, बल्कि पांच स्थानों पर चेकिग की गई। सबके प्रवेश के पास चेक किए गए। जनता के लिए बनाए गए गेट पर भी खुफिया तंत्र के लोग पैनी निगाह बनाए हुए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन के मद्देनजर पुलिस अधिकारियों ने पुख्ता इंतजाम किए हुए थे। सुरक्षा का ताना बाना बुनने के लिए पिछले तीन दिनों से अधिकारी व्यस्त थे। अधिक सतर्कता रखने का एक कारण दिल्ली में हुई हिसा के बाद पूरे उप्र प्रदेश में अलर्ट घोषित होना भी रहा। शामली जिले में हालांकि शांति बनी रही है, बावजूद इसके पुलिस अधिकारी मुस्तैद रहे। जनपद के पुलिस अधिकारियों ने जो सुरक्षा चक्र तैयार किया था, उसमें अधिकांश बाहरी जनपदों से बुलाई पुलिस को शामिल किया था। बता दें कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा ड्यूटी में बाहरी जनपदों से तीन एएसपी, आठ सीओ, पांच कंपनी पीएसी, सात सौ पुलिसकर्मियों को बुलाया गया था। पर्याप्त पुलिस बल होने के चलते पुलिस अधिकारियों द्वारा तैयार सुरक्षा चक्र में पुलिस की तैनाती जनसभा कार्यक्रम स्थल से पांच किलोमीटर पहले गुड़ मंडी मुंडेट तिराहे पर कर दी गई थी। इसके बाद थोड़ी-थोड़ी दूरी पर पुलिस बल को तैनात किया गया था। मुख्य कार्यक्रम स्थल से पहले भी सुरक्षा व चेकिग के लिए बाहरी पुलिस के अधिकारियों को तैनात करते हुए एक-एक निरीक्षक को उनका सहयोगी बनाया था, जो कार्यक्रम स्थल पर जाने वाले लोगों, विशेष तौर पर वीआइपी गेट से अंदर जाने वाले लोगों के प्रवेश पास चेक कर रहे थे। किसी को भी प्रवेश के बिना अंदर नहीं जाने दिया गया। सभा स्थल तक पहुंचने के लिए खुफिया तंत्र के कर्मचारियों द्वारा भी तलाशी ली जा रही थी। यहीं नही, जनता के लिए बनाए दो गेटों पर भी खुफिया विभाग के कर्मचारियों को तैनात किया गया था। जिनकी निगाह संदिग्ध लोगों को तलाशने में लगी थी। दूसरी और मंच के आगे-पीछे वाले स्थल को भी खुफिया तंत्र के कर्मचारियों ने घेरा हुआ था। जनसभा स्थल के पास ही गांव रामगढ़ से आगे तक पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था संभाली हुई थी। 'डी' की सुरक्षा में तैनात थे सीओ व एसडीएम
मंच के आगे बनाए 'डी' स्थल के आसपास किसी को भी जाने नहीं दिया गया। 'डी' से पहले पांच फीट की गैलरी बनाई गई थी, जिसमें खुफिया एजेंसियों के कर्मचारी मुस्तैद थे। मुख्यमंत्री के आगमन वाले गेट पर एसडीएम कैराना मणि अरोड़ा, सीओ थानाभवन अमित सक्सेना और महिला थाना प्रभारी नीरज चौधरी को तैनात किया गया था।