किसी ने सोचा न था, इतना बड़ा हादसा होगा
गांव मलकपुर में गोगा म्हाड़ी पर जागरण के बाद खुशी के माहौल में हवन किया गया। तब किसी ने सोचा भी न था कि हवन की राख यमुना में विसर्जित करने के दौरान कोई बड़ा हादसा हो सकता है
शामली, जेएनएन: गांव मलकपुर में गोगा म्हाड़ी पर जागरण के बाद खुशी के माहौल में हवन किया गया। तब किसी ने सोचा भी न था कि हवन की राख यमुना में विसर्जित करने के दौरान कोई बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन जब पता चला कि उनके सात युवा बेटे यमुना में डूब गए हैं तो एक परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे गांव में कोहराम मच गया। जिसने भी इस हादसे के बारे में सुना, उसके कदम अपने बेटों की तलाश के लिए खुद ही यमुना की तरफ उठते चले गए। कुछ ही क्षणों में यमुना पर सैकड़ों लोगों की भीड़ लग गई थी। सभी सातों युवकों की तलाश की गई तब दो युवकों की मदद से एक युवक अजय को तो डूबने से बचा लिया गया। लेकिन तीन युवकों के शव मौके से काफी दूरी से बरामद कर लिए गए। इसके बाद भी तीन युवकों के शव अभी तक नहीं मिल सके थे। उन्हें बरामद करने के लिए प्रयास किए जा रहे थे। उधर, गांव निवासी तीन युवकों की मौत से पूरे गांव में कोहराम तो मचा ही था, साथ ही शोक छाया था। कई परिवारों के यहां तो चूल्हे तक नही जले थे। क्योंकि जिन तीन युवकों की मौत हुई है, वह सभी युवा हैं और जो लापता है वह भी इन युवकों की आयु के बराबर के ही है। देर रात तक यमुना पर ग्रामीणों की भीड़ मौजूद थी। सभी को तीनों युवकों के मिलने की आस जगी हुई थी।
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भगवान के दूत बनकर पहुंचे दो युवक
बताया गया कि जिस समय युवक डूब रहे थे तब उस समय लोगों ने उन्हें बचाने के लिए शोर मचाया था। इस शोर को पास में ही मौजूद एक गांव में रहने वाले दो युवक उवैश और जहीर हसन वहां पहुंचे और उन्होने युवकों को बचाने के लिए यमुना में छलांग लगा दी। तब उन्होंने युवक अजय को तो किसी तरह मेहनत कर बचा लिया लेकिन वह अन्य को तलाश नही पाए। अजय के परिजनों का कहना था कि उनके बेटे की जान बचाने वाले दोनों युवक उनके परिवार के लिए भगवान के भेजे दूत के समान है क्योकि उनके बेटे की जान इन्हीं दोनों युवकों ने बचाई है। अवैध खनन माफिया की करतूत ने ली युवकों की जान
कैराना क्षेत्र की नंगला राई यमुना में गहरे कुंड यूं ही अपने आप नही बने है। बल्कि यह सब अवैध खनन माफियाओं की करतूत की देन है। बता दें कि यमुना में अवैध रेत खनन का बड़ा खेल होता है। माफियाओं द्वारा पुलिस की मदद से यमुना में दिन रात पोपलेन मशीने चलाकर रेत खनन का अवैध धंधा किया जाता है जबकि यमुना में किसी भी कीमत पर पोपलेन नही चलाई जा सकती। बावजूद इसके माफिया पुलिस की मदद से यह अवैध धंधा धड़ल्ले से करते हैं। यदि ग्रामीणों की माने तो इन्हीं माफियाओं की पोपलेन मशीनों द्वारा यमुना में एक नहीं, बल्कि सैकड़ों कुंड बने हुए है। यही कुंड आज मलकपुर गांव निवासी तीन युवकों की जान लील गए। तीन युवक अभी मिल नही सकें है। ग्रामीणों संजय, मनोज, प्रदीप, बिजेंद्र आदि ने कहा कि पुलिस इन माफियाओं से मिलकर रेत खनन का अवैध धंधा चलवाती हैं। माफिया पुलिस की मदद से दिन हो या रात, चौबीस घंटे यहां पर पोपलेन से रेत खनन करते रहे है। यमुना में बनाए गए गहरे कुंड आज उनके बेटों की जिदगी लील गए है।