घरों में नहीं जले चूल्हे, पसरा रहा मातम
शामली: जिले के दो शहीद जवानों पर परिवार के साथ ही जिलेवासियों को फक्र है, लेकिन आतंकि
शामली: जिले के दो शहीद जवानों पर परिवार के साथ ही जिलेवासियों को फक्र है, लेकिन आतंकियों की कायराना हरकत पर गुस्से व गम का माहौल भी चौतरफा छाया हुआ है। शहीदों की सूचना मिलने पर कस्बा बनत व शामली के मोहल्ला रेलपार में उनके आसपास के घरों में चूल्हा नहीं जला। प्रत्येक की आंखें नम थी तो वहीं शहीदों की चर्चाएं हर जुबां पर थी।
शुक्रवार को कस्बा बनत में शहीद प्रदीप के घर के बाहर लोगों का जमावड़ा था, हर तरफ बस शहीद की बहादुरी और देश पर उसके मर मिटने के जज्बे को खूब सराहा गया। शहीद प्रदीप के घर के आसपास के घरों में माहौल गमगीन रहा। लोगों के घरों में सुबह खाना नहीं पका। छोटे बच्चे स्कूल नहीं गए तो नौकरीपेशा काम पर नहीं जा सके। मोहल्ले में गम का आलम यह था कि दोपहर तक लोगों ने कुछ खाया पिया नहीं। यहां कईयों के घरों में चूल्हे में राख ठंडी थी। दूसरी ओर रेलपार में शहीद अमित के घर के पास भी यहीं हालत रही। सुबह में ज्यो ही शहीद की पुष्टि हुई तभी उनके घर में कोहराम मच गया। देखते ही देखते उनके घर लोगों का जमावड़ा लग गया। लोगों का कहना था कि देश के दो लाल शहीद हो गए, न भूख है न प्यास। शहीदों को श्रद्धाजंलि देने के साथ ही मांग उठती रही कि मुहंतोड़ जवाब दिया जाए।