स्माग से नहीं मिल रहा छुटकारा, आंखों में हो रही जलन
आसमान में स्माग का असर शनिवार सुबह भी रहा। स्माग के कारण लोगों की आंखों में जलन होती रही हालांकि धूप निकलने के बाद लोगों को कुछ राहत जरूर मिली वहीं नेत्र रोग विशेषज्ञों ने भी लोगों का स्माग से बचाव करने की सलाह दी है। शाम के समय एक बार फिर स्माग का असर छाने से लोग जल्दी ही घरों को लौट गए। वहीं सुबह और शाम सर्दी भी अधिक हुई। जिसके कारण लोग गर्म कपड़ों में दिखाई दिए।
जागरण संवाददाता, शामली। आसमान में स्माग का असर शनिवार सुबह भी रहा। स्माग के कारण लोगों की आंखों में जलन होती रही, हालांकि धूप निकलने के बाद लोगों को कुछ राहत जरूर मिली, वहीं नेत्र रोग विशेषज्ञों ने भी लोगों का स्माग से बचाव करने की सलाह दी है। शाम के समय एक बार फिर स्माग का असर छाने से लोग जल्दी ही घरों को लौट गए। वहीं सुबह और शाम सर्दी भी अधिक हुई। जिसके कारण लोग गर्म कपड़ों में दिखाई दिए।
शनिवार को सुबह के समय आसमान में स्माग छाए रहने से पैदल चलने वालों के साथ-साथ वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड रहा है। पराली और पत्तियों के जलाने से उठने वाले जहरीले धुएं के कारण स्माग का असर बना रहता है। वहीं सुबह को सर्दी भ अधिक रही जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दोपहर को धूप निकलने के बाद लोगों को कुछ राहत जरूर मिली लेकिन रात होते ही एक बार फिर से स्माग का असर होने से लोग जल्दी अपने घरों को लौट गए। आंखों में जलन होने पर कई लोग नेत्र रोग विशेषज्ञों के पास भी पहुंच रहे हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञों ने भी लोगों को स्माग से बचाव की सलाह दी है। उनका कहना है कि पराली से उठने वाला धुआं आंखों के लिए घातक हो सकता है इसलिए जहां तक संभव हो सके, स्माग के दौरान घर से बाहर न निकलें, अगर आंखों में जलन की शिकायत हो तो साफ पानी से आंखों को साफ करें, यदि समस्या बनी रहे तो नेत्र रोग विशेषज्ञों से उचित उपचार लेना चाहिए। ऐसे में लापरवाही भारी पड सकती है। वहीं अस्थमा के मरीजों को ठंड के साथ-साथ स्माग का भी सामना करना पड़ रहा है। वहीं शनिवार को अधिकतम तापमान 24.7 व न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
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कूड़ा जलाने पर नहीं अंकुश
शहर में जगह-जगह कूड़ा भी जलाया जा रहा है। लेकिन नगर पालिका प्रशासन अंकुश नहीं लगा पा रहा है। अस्पताल रोड के व्यापारी संजय त्यागी का कहना है कि सुबह ही कुछ लोग कूड़े में आग लगा देते हैं। इसके बाद दोपहर तक धुआं उठता रहता है और सभी परेशान रहते हैं। प्रशासन कूड़ा जलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करे।