ऐच्छिक ब्यूरो में नहीं हुआ एक भी समझौता
शामली जेएनएन शामली नगर पालिका सभागार में आयोजित ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक में रविवार को 13 बिछड़े परिवारों में मनमुटाव दूर करने के प्रयास किए गए। कई घंटे की मशक्कत के बाद भी ब्यूरो सदस्यों को सफलता नहीं मिल सकी।
शामली, जेएनएन : शामली नगर पालिका सभागार में आयोजित ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक में रविवार को 13 बिछड़े परिवारों में मनमुटाव दूर करने के प्रयास किए गए। कई घंटे की मशक्कत के बाद भी ब्यूरो सदस्यों को सफलता नहीं मिल सकी। सभी परिवारों को आगामी तिथि सुनवाई के लिए दे दी गई। उधर, थानाभवन में मुख्यमंत्री के आगमन के कारण ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक नहीं हो सकी।
परामर्श केंद्र की बैठक में नहीं पहुंचे काउंसलर
शामली, नगरपालिका कार्यालय पर दंपती विवादों के निस्तारण हेतु प्रत्येक रविवार को परिवार परामर्श केंद्र की बैठक का आयोजन किया जाता था। इस बार रविवार को बैठक के लिए कोई भी काउंसलर नहीं पहुंचा, जिस कारण बैठक आयोजित नहीं हो सकी। वहीं, नगरपालिका कार्यालय पर कुर्सियां खाली नजर आई। बताया जाता है कि पिछले सप्ताह भी बैठक में कोई काउंसलर नहीं पहुंचा था।
पोल्ट्री फार्म से लगातार भेजे जाएंगे जांच को सैंपल
शामली: बर्ड फ्लू को लेकर चिता जैसी जिले में कोई बात सामने नहीं आई है। हालांकि एहतियातन पोल्ट्री फार्म से जांच के लिए सैंपल लगातार भेजे जाएंगे।
कोरोना काल अभी चल ही रहा है और अब बर्ड फ्लू ने चिता बढ़ाई है। जिले में प्रशासन, पशुपालन, वन विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है। काफी दिन पूर्व ही ब्लाक स्तर पर पशुपालन विभाग ने टीम गठित कर दी थी। मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डा. यशवंत ने बताया कि पोल्ट्री फार्म से मुर्गे-मुर्गियों से करीब सौ सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। अभी रिपोर्ट आने में कुछ दिन लगेंगे। रविवार को भी कुछ सैंपल लिए हैं और एहतियातन लगातार ऐसा किया जाता रहेगा। हालांकि कहीं से कोई ऐसी सूचना प्राप्त नहीं हुई है, जिससे कोई चिता की बात हो।
लगातार हो रही वर्ड वाचिग: डीएफओ
जिला वन अधिकारी नरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले की दोनों ऊन और कैराना रेंज में लगातार बर्ड वाचिग हो रही है। वन विभाग ने दोनों रेंज में छह-छह कर्मियों की टीम बनाई है, जो लगातार बर्ड वाचिग कर रही है। अभी तक पक्षियों के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं दिखा है। अगर व्यवहार में बदलाव दिखता है तो तुरंत इसकी सूचना मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दी जाएगी।