यहां हाईवे पर नहीं फुटपाथ, जिदगी से हो रहा खिलवाड़
शामली, जेएनएन। जिले से तीन हाईवे निकल रहे है, लेकिन हाईवों व नगर में फुटपाथ न होने से हादसों की संख्
शामली, जेएनएन। जिले से तीन हाईवे निकल रहे है, लेकिन हाईवों व नगर में फुटपाथ न होने से हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वाहनों को साइड के लिए जगह न मिलने पर अक्सर हादसे हो रहे है। फुटपाथ न होने से राहगीरों को बीच सड़क पर चलना पड़ता है। कई बार बड़े हादसे होने पर भी संबधित विभाग ने सबक नहीं लिया। गुरुवार को फतेहपुर के पास तीन युवकों की मौत होना भी फुटपाथ न होने का परिणाम है।
शामली जनपद एक ऐसा जनपद है जहां पर एक साथ तीन हाईवे निकल रहे है। इसी लिए यहां पर वाहनों की आवाजाही भी अन्य पड़ोसी जनपदों के मुकाबले अधिक है। एक रात में नगर से पांच हजार से ज्यादा वाहन शामली को टाटा कर चले जाते है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि सभी वाहन शामली नगर के इर्द गिर्द होकर गुजरते है, और सबसे बड़ी समस्या यह है कि तीनों ही हाईवों पर एक भी स्थान पर फुटपाथ नही बना है। हाईवे के अलावा नगर का भी यहीं हाल है। जिस कारण यहां हादसे होते रहते है। कई लोगों की जान सड़क किनारे चलते समय वाहनों की चपेट में आने के कारण चली गई।
नगर शामली
नगर में स्थानीय लोगों की अपने दोपहिया-चोपहिया वाहनों पर आवाजाही रहती है। पड़ोसी राज्य हरियाणा हो या फिर उत्तराखंड, दिल्ली जाना हो तो चोपहिया वाहन नगर के बीच तथा बड़े वाहन नगर से गुजर रहे बाइपास से होकर निकलते है। इस पूरे मार्ग पर कहीं भी फुटपाथ नही है। चाहे नगर का मुख्य मार्ग ही क्यों न हो। मार्ग पर अतिक्रमण किया गया है। सड़क किनारे पैदल चलने वाले लोग कई बाद नगर में ही हादसे का शिकार बने है।
पानीपत-खटीमा राजमार्ग
हरियाणा से शुरू होकर खटीमा तक जाने वाला पानीपत-खटीमा राजमार्ग भी नगर से बीच से गुजर रहे बाइपास से होकर निकलता है। यहां भी कहीं फुटपाथ नही है। मार्ग पर चलने वाले पैदल लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि राजमार्ग पर तेज गति से दौड़ रहे वाहन कभी भी कालदूत बन जाते है।
मेरठ-करनाल राजमार्ग
यह सबसे व्यस्त राजमार्ग है। मेरठ से करनाल होकर पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश जाने वाले सभी वाहन यहीं से निकलते है। यह मार्ग सबसे संकरा है। यहां वाहनों की सुरक्षा के लिए बुढ़ाना रोड रेलवे फाटक के पास बीच मार्ग पर डिवाइडर बनाए है, लेकिन इसके बाद भी वाहन हादसाग्रस्त हो जाते है। यह संकरा मार्ग कई लोगों की जिदगी लील चुका है।
दिल्ली-यमनोत्री राजमार्ग
दिल्ली की और आने वाले इस राजमार्ग पर शुरू में ही गांव करमूखेड़ी है। वहां मार्ग पर पांच फुट की दूरी पर दोनों और बस्ती है। हाईवे आथोरिटी ने यहां न फुटपाथ बनाई है, न ही सुरक्षा के प्रंबध किए है। यहां आए दिन हादसे होते रहते है। नगर से बाहर सहारनपुर मार्ग पर वर्तमान में चौड़ीकरण हो रहा है लेकिन फुटपाथ अभी भी नही बनाई जा रही।
इन्होंने कहा..
नगर में फुटपाथ के लिए सड़कों पर जगह बनवाने के प्रयास किए जाएंगे। जहां अतिक्रमण है उसे हटवाया जाएगा ताकि लोग सड़क किनारे पैदल चल सके-अरविद कुमार, एडीएम।