चौराहों पर जाम, पुलिस नदारद
जागरण संवाददाता, शामली: शामली शहर की पहचान जाम नगरी के रूप में बनती जा रही है। पुलिस-प
जागरण संवाददाता, शामली: शामली शहर की पहचान जाम नगरी के रूप में बनती जा रही है। पुलिस-प्रशासन द्वारा इस ओर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा हैं। मेरठ-करनाल हाईवे पर दिनभर ओवरलोड ट्रकों के चलते जाम की स्थिति बनी रहती है। शहर के चौराहों पर भी जाम खुलवाने के लिए पुलिसकर्मी तैनात नहीं रहते। ऐसे में जाम की समस्या और बढ़ जाती है। इन हालात से उबरने के लिए अधिकारी जिले में यातायात पुलिस की कमी होने का दुखड़ा रोते रहते है।
नगर की कॉलोनी की गली का चौराहा हो या फिर, बाजार में कोई चौराहा। या फिर नगर से गुजरने वाले मेरठ-करनाल का हाईवे। हर तरफ जाम लगा दिखाई देता है। यदि सुबह की बात करें तो नगर में गांव देहात से भी ग्रामीणों का आवागमन होता है। जो शामली बाजार से सामान लेने अथवा अन्य कामों से शामली आते है। छात्र-छात्राएं भी शामली के कॉलेजों में देहात से पढ़ने के लिए आती है।
मजदूर, नौकरीपेशा व व्यापारी भी सुबह के समय अपने घर से चल देता है। इस कारण नगर की सड़कों पर वाहनों की भीड़ हो जाती है जिससे जाम के हालात बन जाते है। यह दशा नगर में एक दिन की नहीं, बल्कि आए दिन की है। हनुमान टीला मंदिर के सामने तिराहे पर तो बुरा हाल हो जाता है। यहां सड़क किनारे खड़ी ठेलियों के कारण सड़क छोटी पड़ जाती है। चौपहिया व दोपहिया वाहन चालक को तो यहां से गुजरने के लिए परेशानी उठानी पड़ती ही है, साथ ही पैदल चलने वाले व्यक्ति भी परेशान रहते है।
मेरठ-करनाल हाईवे पर पड़ने वाले बुढ़ाना रोड तिराहा, अजंता चौराहा, विजय चौक पर ओवरलोड वाहनों के कारण अधिकांश समय जाम ही लगा रहता है। वीवी इंटर कॉलेज रोड पर ई-रिक्शाओं के कारण जाम के हालात बने रहते है। इसके साथ ही सबसे बड़ी समस्या यह है कि नगर के कुछ ही चौराहों पर पुलिस तैनात रहती है। इन पुलिसकर्मियों पर भी यातायात व्यवस्था न संभाल कर अपनी ही धुन में खोने के आरोप लगते रहते है।
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इन्होंने कहा-
नगर में कहीं भी जाम न लगे इसके लिए पूरे प्रयास किए जाते है। हाईवे पर बाहर से आने वाले बड़े वाहनों को भी लाइन में चलने की हिदायत दी हुई है।
-भंवर ¨सह, जिला यातायात अधिकारी।