जंजीरों में कैद खाकी का इकबाल
लोकेश पंडित, शामली : सपा शासन में पलायन और भाजपा राज में एनकाउंटर के लिए सुर्खियों में र
लोकेश पंडित, शामली : सपा शासन में पलायन और भाजपा राज में एनकाउंटर के लिए सुर्खियों में रही कर्णनगरी में एक बार फिर खौफजदा है। आम आदमी ही नहीं, अब खाकी भी डरी हुई है। एक जमाना था जब शूटआउट से शामली पुलिस कटघरे में खड़ी थी, आज यही खाकी अपना इकबाल बचाने की जद्दोजहद में है। पुलिस को अब अंधेरा डराने लगा है। रात अंधेरे में गश्त के दौरान हादसे की आशंका से हर कोई सहमा है। थाने में भी खौफ पीछा नहीं छोड़ रहा है। डर इस कदर हावी है कि यूपी पुलिस का इकबाल जंजीरों में कैद हो गया है। जी हां, सच मानिए, जिले के थानों में अब रायफल जान से प्यारी हो गई है। संतरी से लेकर सिपाही तक रायफल को अपने शरीर से जंजीरों से बांधकर रख रहे हैं। यह खौफ है या सुरक्षा? यह सवाल जिला पुलिस में अनुउत्तरीत है।
जिले में बदमाशों के हौंसले बुलंद है। पुलिस को टारगेट करने से खाकी अपने ही खून से यहां लाल होती रही है। एनकाउंटर से खौफ फैलाने वाले दुबक गए थे। बदमाश जेल या प्रदेश से बाहर चले गए थे। एक बार फिर शामली में खौफ की वापसी हुई है। चिर-परिचित अंदाज में बदमाशों के निशाने पर खाकी है। 2 अक्टूबर को बदमाशों ने पुलिस पर अटैक कर ¨झझाना के कमालपुर से एक इंसास व एक रायफल लूट ली। होमगार्ड को सीधे गोली मारी। बदमाशों के इस अंदाज ने जिला पुलिस में खौफ पैदा कर दिया है। पुराने धुरधंर को मैदान में उतारने के आठ दिन बाद भी बदमाशों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। पुलिस बेबस है, अंधेरे में हाथ-पैर मार रही है लेकिन अपने (इकबाल) हथियार का कोई सुराग नहीं लगा पायी है।
होमगार्ड को गोली मारने व हथियार लूटने से पुलिस Þखौफ' में है। भले ही पुलिस इससे इन्कार करें, लेकिन तैयारियां और प्रदर्शन से डर साफ जाहिर हो रहा है। अब थाने में ही संतरी रायफल को जंजीरों से अपने शरीर में बांधे दिखते हैं। रात में गश्त के दौरान भी यही स्थिति है। अंधेरा खाकी को अब डरा रहा है। रायफल को शरीर से बांधकर गश्त हो रही है। चेकपोस्ट पर बदमाशों से ज्यादा रायफल की सुरक्षा ¨चता बन गयी है। गश्त के दौरान सिपाहियों के चेहरे सहमे दिखायी देते हैं। गश्त व चेकपोस्ट पर चे¨कग के दौरान हथियारों की सुरक्षा को विशेष ध्यान देने का अलर्ट जारी किया गया है। अब जिले में खाकी अपने इकबाल को कमर में जंजीरों से बांधकर अपराधों पर अंकुश लगाने व बदमाशों की मुश्कें कसने का प्रयास कर रही है।
जंजीर तो कहीं लूट का सीधा आमंत्रण
जिले में जहां हथियारों को बदमाशों से लूटने व बचाने की कवायद है, वहीं ऐसे पुलिसकर्मी भी है जो पिस्टल व रिवाल्वर को कमर में बिना किसी बेल्ट या डोरी के लटकाए घूम रहे हैं। बड़ी आसानी से तेज बाइक से इन्हें खींचकर भागा जा सकता है। एसपी दिनेश कुमार के हथियारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर रहने के आदेश के बाद यह हालात है।
इन्होंने कहा.
रायफल लूट के बाद पुलिस कर्मियों को हथियारों व अपनी सुरक्षा के प्रति एहतियात बरतने को कहा गया है। जंजीरों से रायफल बांधने को नहीं कहा गया। पुलिस से लूटे गए हथियारों को जल्द ही बरामद कर बदमाशों को पकड़ लिया जाएगा।
दिनेश कुमार, एसपी शामली