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पिछले साल भी अवैध खनन में आया था मंजीत का नाम

जिले में अवैध खनन करके अवैध रूप से हरियाणा में बेचने के मामले में भी मंजीत मंगलौरा का नाम आया था। हरियाणा की एंटी माइनिग टीम ने अवैध खनन से भरे तीन डंफर पकड़े थे। हरियाणा पुलिस का कहना था कि ये तीनों डंफर मंजीत के हैं। यही नहीं मंजीत के पड़ोस में रहने वाले एक सड़क निर्माण ठेकेदार ने भी मंजीत पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिले और प्रदेश के आला अधिकारियों को लिखित शिकायत की थी। उस समय मंजीत मंगलौरा का नाम खूब उछला था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 11:10 PM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 11:10 PM (IST)
पिछले साल भी अवैध खनन में आया था मंजीत का नाम
पिछले साल भी अवैध खनन में आया था मंजीत का नाम

शामली, जेएनएन। जिले में अवैध खनन करके अवैध रूप से हरियाणा में बेचने के मामले में भी मंजीत मंगलौरा का नाम आया था। हरियाणा की एंटी माइनिग टीम ने अवैध खनन से भरे तीन डंफर पकड़े थे। हरियाणा पुलिस का कहना था कि ये तीनों डंफर मंजीत के हैं। यही नहीं मंजीत के पड़ोस में रहने वाले एक सड़क निर्माण ठेकेदार ने भी मंजीत पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिले और प्रदेश के आला अधिकारियों को लिखित शिकायत की थी। उस समय मंजीत मंगलौरा का नाम खूब उछला था।

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कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने दो दिन पहले हरियाणा के करनाल जनपद के मंगलौरा गांव निवासी मंजीत के घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया था। आरोप है कि खनिज की चोरी से संबंधित दो मामलों में वह कोर्ट में वांछित चल रहा था। कोर्ट में पेश नहीं होने पर पुलिस ने उसके घर की कुर्की करने की अनुमति मांगी थी। पुलिस ने कुर्की का नोटिस उसके घर पर चस्पा कर दिया था।

बता दें कि पिछले साल भी अवैध खनन के मामले में मंजीत मंगलौरा का नाम खूब उछला था। हरियाणा की एंटी माइनिग टीम ने अवैध खनिज से भरे तीन डंफर भी पकड़े थे। हरियाणा पुलिस का कहना था कि ये डंफर मंगलौरा के थे। उत्तर प्रदेश से खनन करके अवैध रुप से हरियाणा में खनिज बेचा जा रहा था। इस मामले में बड़े स्तर पर बवाल हुआ था।

यही नहीं हरियाणा के रहने वाले ठेकेदार दीपक पानू ने भी जिलाधिकारी और एसपी तथा मंडलायुक्त सहारनपुर समेत आला अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर गंभीर आरोप लगाए थे। उसका कहना था कि तत्कालीन खनन अधिकारी रंजना चौधरी की शह पर मंजीत मंगलौरा ने उन्हें धमकाया। उनका उत्पीड़न किया गया। सड़क निर्माण के लिए उन्हें खनन की जानबूझकर अनुमति नहीं दी गई।

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मंजीत की फर्म पर लगा था भारी-भरकम जुर्माना

उस समय मामले ने तूल पकड़ा तो अधिकारियों ने अवैध खनन के आरोपों की भी जांच कराई थी। उस समय मंजीत की फर्म पर भारी भरकम जुर्माना भी लगाया गया था। पट्टे के नियमों का उल्लंघन करने पर जिला-प्रशासन और एनजीटी ने 1.21 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था। उस समय जिला प्रशासन ने अवैध खनन करने वालों को सख्त चेतावनी भी दी थी।

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मुझे फंसाया जा रहा है

इस संबंध में खनन पट्टाधारक मंजीत मंगलौरा का कहना है कि उक्त मामले में उनका कोई दोष नहीं है। उन्हें कुछ लोग इस मामले में जानबूझकर फंसाना चाहते हैं। वह पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के सामने अपना पक्ष रखेंगे।


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