अवैध पंप उखाड़ा..एक पॉलीथिन से ढका
संवाद सूत्र कैराना शामली जनपद में अधिकारियों को बरगलाकर अवैध कारोबार को नियम-कायदों
संवाद सूत्र, कैराना : शामली जनपद में अधिकारियों को बरगलाकर अवैध कारोबार को नियम-कायदों का लबादा ओढ़ा दिया जाता है। यमुना पर अस्थायी पुल की अनुमति बताकर जिस तरह यमुना की धारा रोक दी गई थी, ठीक उसी तरह आपूर्ति विभाग ने जिले में अवैध पेट्रोल पंप ही खड़े कर दिए गए। कैराना में बॉयोटेक कंपनी का डीजल बेचने के कारोबार की आड़ में आपूर्ति विभाग ने बाकायदा पेट्रोल और डीजल के पंप स्थापित करा दिए। बॉयोटेक डीजल के बजाय कई माह से यहां धड़ल्ले से अवैध डीजल-पेट्रोल बेचकर लाखों कमाए गए। न जाने कितने वाहनों को इंजन को नुकसान पहुंचाया गया। अवैध रूप से चल रहे इन पेट्रोल पंप का राजफाश हुआ तो पंप मालिक भाग खड़े हुए। शुक्रवार को इन पंप पर ताला लटक गया। एक पंप मशीन एकाएक गायब हो गई तो दूसरे को पॉलीथिन से ढककर संचालक फरार हो गए। गंभीर बात यह है कि अवैध काले कारोबार का राजफाश होने पर भी एसडीएम से लेकर डीएम तक सब चुप्पी साधे हैं। आपूर्ति विभाग की छत्रछाया में चल रहे इस कारोबार में शामिल अधिकारियों कर्मचारियों पर कार्रवाई के बजाए लीपापोती का प्रयास हो रहा हैं।
जागरण ने जिले में बॉयोटेक कंपनी के पंपों पर बॉयो डीजल बेचने के बजाए हरियाणा व दूसरे पेट्रोल पंपों से लाकर डीजल व पेट्रोल बेचने का मामला उजागर किया था। नियमानुसार न तो यहां पंप मशीन लगाई जा सकती है और न ही पेट्रोल बेचा जा सकता है। आपूर्ति विभाग से सेटिग कर बॉयो कंपनी के इन पंपों पर महीनों से डीजल-पेट्रोल बेचा जा रहा था। रोज लाखों की बिक्री की जा रही थी। इस खेल का पता चला तो आपूर्ति विभाग से जानकारी की गई। आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने पहले तो इसे वैध बताया और अनुमति की बात की। जैसे ही जागरण ने इन पंपों पर विस्तार से खबर प्रकाशित की, हड़कंप मच गया। जागरण में खबर प्रकाशित होते ही सुबह एकाएक इन पंपों पर ताला लटक गया। इस दौरान पंप संचालक व आपूर्ति विभाग के अधिकारी खबर प्रकाशित न करने का आग्रह कर मिन्नत करते रहे। जागरण ने अपना अभियान जारी रखा तो एकाएक सभी पेट्रोल पंप पर सन्नाटा छा गया। शुक्रवार को ईदगाह रोड स्थित बॉयोटेक पंप के संचालक ने मोटे-मोटे शब्दों में लिख दिया कि पंप पर अब तेल की सप्लाई बंद कर दी गई है। बाद में डीजल पंप शुरू करने का दावा किया गया है। इसके अलावा गांव भूरा में लगाए गए बॉयोटेक पंप की मशीन उखाड़ ली गई है। मशीन को संचालक ने घर में छिपा दिया है। गांव तीतरवाड़ा में मशीन को पॉलीथिन से ढक दिया गया है। पंप के ऑफिस पर ताला लगाकर संचालक व कर्मचारी फरार हो गए है। जागरण के अवैध पंपों के खिलाफ चली मुहिम से जिले में हड़कंप है। महीनों से चल रहे इस कारोबार के रातोंरात बंद होने से लोग आश्चर्य चकित है। जिस पेट्रोप पंप को अनुमति के साथ चलने की बात कही जा रही थी, वे खबर छपते ही बंद हो गया। अब लोग कहने लगे है कि यह काला कारोबार स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से चल रहा था। आपूर्ति विभाग भी पूरे मामले की जांच की बात कह रहा है। यह जांच कब पूरी होगी, इस पर सभी चुप्पी साधे हैं।
इन्होंने कहा.
चार लोगों की टीम गठित कर जांच की जा रही है। पंप की अनुमति व अन्य तथ्य परखे जा रहे हैं। जल्द ही जांच पूरी कर कार्रवाई की जाएगी।
-संजय शर्मा, आपूर्ति निरीक्षक कैराना