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हाईकोर्ट के नहीं माने आदेश, चस्पा किए कुर्की के नोटिस

शामली जेएनएन। नगर कोतवाली शामली की लाक चौकी पुलिस पर झगड़े के एक आरोपित पक्ष ने हाई कोर्ट के आदेश न मानने व रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में फरार चार आरोपितों के घर पर उनके कुर्की नोटिस चस्पा किए है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Dec 2020 10:03 PM (IST)Updated: Fri, 11 Dec 2020 10:03 PM (IST)
हाईकोर्ट के नहीं माने आदेश, चस्पा किए कुर्की के नोटिस
हाईकोर्ट के नहीं माने आदेश, चस्पा किए कुर्की के नोटिस

शामली, जेएनएन।

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नगर कोतवाली शामली की लाक चौकी पुलिस पर झगड़े के एक आरोपित पक्ष ने हाई कोर्ट के आदेश न मानने व रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में फरार चार आरोपितों के घर पर उनके कुर्की नोटिस चस्पा किए है।

गांव हसनपुर निवासी श्रीनिवास शर्मा ने पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव से शिकायत कर कहा कि पबजी गेम को लेकर गांव के ही एक पक्ष के लोगों ने उनके परिजनों पर 23 अगस्त को फायरिग की थी। एक युवक को गोली लगी थी। उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया था। चार दिन बाद दूसरे पक्ष ने उनके पांच परिजनों पर झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। एक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में फरार चारों आरोपितों ने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली। यह आदेश की कापी लाक चौकी पुलिस को सौंपे थे। एसपी कार्यालय में भी 9 दिसंबर को आदेश जमा करा दिए गए। आरोप रहा कि लाक चौकी पुलिस ने आदेश खो दिए और चौकी प्रभारी व एक दीवान ने घर आकर धमकाया और एक लाख की मांग की। बीस हजार रुपये जल्द देने को कहा गया। बावजूद इसके 10 दिसंबर को शाम के समय चौकी प्रभारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद उनकी पुत्रवधू से अभद्रता की। ढोल बजा कर मुकदमे में फरार उनके परिजनों के घर कुर्की के नोटिस चस्पा किए गए। उनकी पुत्रवधू ने चौकी प्रभारी को सभी परिजनों की जमानत के बारे में बताया। पौत्र ने हाई कोर्ट के आदेश दिखाए, जिन्हें चौकी प्रभारी ने नहीं माना। पुलिस की इस कार्रवाई से परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा का ठेस पहुंची है। पुलिस अधीक्षक ने जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। उधर, चौकी प्रभारी विजय त्यागी ने बताया कि कोर्ट के आदेश का पालन कर कुर्की नोटिस चस्पा किए है। सभी आरोप गलत है। उन्हें हाईकोर्ट के आदेश नहीं दिखाए गए।


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