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गंदेवड़ा गंगा-यमुना संगम को मिलेगा पर्यटन स्थल का दर्जा

शामली जेएनएन। दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर स्थित गंदेवड़ा संगम स्थल लोगों के लिए जहां प्रयागराज की तरह आस्था का केंद्र बना हुआ है। पर्यटकों के लिए सैर का भी लुत्फ लेने की बड़ा स्थल है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2021 10:54 AM (IST)Updated: Fri, 08 Jan 2021 10:54 AM (IST)
गंदेवड़ा गंगा-यमुना संगम को मिलेगा पर्यटन स्थल का दर्जा
गंदेवड़ा गंगा-यमुना संगम को मिलेगा पर्यटन स्थल का दर्जा

शामली, जेएनएन।

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दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर स्थित गंदेवड़ा संगम स्थल लोगों के लिए जहां प्रयागराज की तरह आस्था का केंद्र बना हुआ है। पर्यटकों के लिए सैर का भी लुत्फ लेने की बड़ा स्थल है। प्रदेश सरकार की ओर से करीब एक करोड़ रुपये की स्वीकृति हुई है। इससे सौंदर्यकरण का कार्य चल रहा है। साल 2021 में लोगों को उम्मीदें है कि इस साल पर्यटन स्थल का दर्जा मिल सकेगा। इससे यहां आसपास के अलावा दूर-दराज के लोग पहुंचेंगे और क्षेत्र के विकास में चार चांद लगेंगे।

जिले के कस्बा जलालाबाद के नजदीक हाईवे किनारे गंदेवड़ा नहर निकल रही है। यहां गंगा व यमुना दोनों नदियों का संगम स्थल है। यहीं वजह है कि क्षेत्र के लोगों की इस क्षेत्र से काफी आस्था जुड़ गई है। हरिद्वार व प्रयागराज की तर्ज पर लोग यहां बड़ी संख्या में पहुंचकर स्नान करते है। इस क्षेत्र का विकास न होने के कारण यहां लोग इसके लिए सरकार से मांग कर रहे थे। इसके उपरांत गन्ना मंत्री सुरेश राणा के प्रयास से गंदेवड़ा संगम स्थल के विकास के लिए दो करोड़ 34 लाख की परियोजना बनाई गई थी। 2018-19 में पांच लाख रुपये की लागत से घाट का निर्माण हुआ था। गन्ना मंत्री सुरेश राणा के प्रयास से वित्तीय वर्ष 2020 में 177.03 लाख के बजट का प्रस्ताव किया गया। इसमें 25 अगस्त को 88 लाख की स्वीकृत हो गईं। फिलहाल संगम पर सौंदर्यकरण का कार्य चल रहा है। इसके साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में यहां गौसाई वाला प्राचीन तालाब भी है, जिसकी मान्यता है कि इसमें स्नान करने से चर्म रोग ठीक हो जाते है। इसके लिए भी सरकार ने करोड़ों की लागत से सौंदर्यकरण व खोदाई का कार्य शुरू कराया था, जिसका कार्य फिलहाल चल रहा है, लेकिन थानाभवन क्षेत्र के लोगों की उम्मीद है कि यदि गंदेवड़ा संगम व तालाब को पर्यटन क्षेत्र का दर्जा मिल जाता है तो यह सोने पर सुहागा वाला कार्य हो जाएगा। इस साल उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2021 में गंदेवड़ा संगम को सरकार पर्यटन क्षेत्र का दर्जा दे देगी, क्योंकि यहां अब बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे है। वहीं यदि पर्यटन क्षेत्र घोषित हो जाएगा तो विकास होगा, बाहर देश विदेश के लोग पहुंचेंगे और लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी मुहैया हो जाएंगे।


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