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त्योहारी सीजन में घरेलू सिलेंडर से लगा रहे मुनाफे में उबाल

त्योहारी सीजन में घरेलू सिलेंडरों का अवैध इस्तेमाल धड़ल्ले से हो रहा है। मिठाइयों की दुकानों पर नियम-कायदों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और जिम्मेदार हमेशा की तरह आंखें मूंदे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 10:39 PM (IST)Updated: Sun, 20 Oct 2019 10:39 PM (IST)
त्योहारी सीजन में घरेलू सिलेंडर से लगा रहे मुनाफे में उबाल
त्योहारी सीजन में घरेलू सिलेंडर से लगा रहे मुनाफे में उबाल

शामली, जेएनएन। त्योहारी सीजन में घरेलू सिलेंडरों का अवैध इस्तेमाल धड़ल्ले से हो रहा है। मिठाइयों की दुकानों पर नियम-कायदों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और जिम्मेदार हमेशा की तरह आंखें मूंदे हैं। त्योहारों के मद्देनजर अभियान चलाने के दावे खूब किए जाते हैं, लेकिन दावे हवाई हैं। आम लोगों को भले ही सिलेंडर के लिए परेशान होना पड़े, लेकिन व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर यही सिलेंडर आसानी से मुहैया कराए जा रहे हैं।

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जिलेभर में ही घरेलू गैस सिलेंडर व्यावसायिक उपभोग धड़ल्ले से होता है। जिम्मेदार आपूर्ति विभाग कभी-कभी छापेमारी अभियान चलाता है, लेकिन ये औपचारिकता पूरी करने से ज्यादा कुछ नहीं होता। दीपावली को लेकर छोटी-बड़ी मिठाइयों की दुकानों पर कई दिन पहले ही बड़े पैमाने पर मिठाइयां तैयार करने का काम शुरू हो चुका है। ऐसे में अब घरेलू सिलेंडरों का व्यावसायिक इस्तेमाल भी बढ़ गया है। कुछ ही दुकानदार नीले रंग के यानी व्यावसायिक सिलेंडर का प्रयोग करते हैं, अधिकांश तो घरेलू सिलेंडरों पर निर्भर हैं। कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है तो डर भी नहीं। तभी तो दुकान के बाहर ही सिलेंडरों को रखकर मिठाई बनाई जा रही हैं। जिला पूर्ति अधिकारी ओमहरि उपाध्याय का कहना है कि सभी खाद्य आपूर्ति निरीक्षकों को घरेलू सिलेंडर के व्यावसायिक उपभोग रोकने के निर्देश दिए हुए हैं। शिकायत मिलने पर कार्रवाई भी जाती रही है। अगर कहीं घरेलू सिलेंडर का गलत प्रयोग हो रहा है तो इसे गंभीरता से लिया जाएगा। घरेलू गैस का दुरुपयोग किए जाने पर आवश्यक वस्तु अधिनियम और आवश्यक वस्तु प्रदाय अधिनियम के तहत सजा और जुर्माने का प्रावधान है।

ये है खेल

घरेलू और व्यावसायिक गैस सिलेंडर के दाम में अंतर है। घरेलू सिलेंडर के 609 रुपये का है और इसमें 14 किलो गैस आती है। व्यावसायिक सिलेंडर 1085 रुपये का पड़ता है और इसमें 19 किलोग्राम गैस आती है। इसलिए घरेलू सिलेंडरों का प्रबंध सेटिग-गेटिग से कर लिया जाता है। कुछ तो सब्सिडी वाले सिलेंडरों का भी प्रबंध कर लेते हैं, जो करीब 510 रुपये का पड़ता है। कुछ लोग व्यावसायिक सिलेंडर का कनेक्शन लेते हैं। एक बार नीले रंग का सिलेंडर (व्यावसायिक) लेने के बाद इसमें घरेलू सिलेंडर से गैस रिफीलिग करते हैं।


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