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विजय दिवस पर याद किए शहीद, परिजनों का सम्मान

पूर्व सैनिक संगठन की ओर से विजय दिवस मनाया गया। देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों को याद किया गया। उनके परिजनों को सम्मानित किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 06:02 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 06:02 PM (IST)
विजय दिवस पर याद किए शहीद, परिजनों का सम्मान

शामली, जेएनएन। पूर्व सैनिक संगठन की ओर से विजय दिवस मनाया गया। देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों को याद किया गया। उनके परिजनों को सम्मानित किया गया।

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कैराना रोड स्थित एक वैडिग प्वाइंट में आयोजित कार्यक्रम भारत माता की जय के उद्घोष के साथ आरंभ हुआ। जिले में अब तक शहीद हुए सैनिकों के परिजनों को सम्मान करने के लिए आमंत्रित किया गया था। सम्मान प्राप्त करने के दौरान कई वीर नारियों और शहीदों के अन्य परिजनों की आंखें भी नम हो गईं। इन्हें शॉल और प्रेशर कुकर भेंट किया गया। कार्यक्रम अध्यक्ष कर्नल (सेनि) नरेंद्र सिंह ने कहा कि वर्ष 1971 में तीन से 16 दिसंबर तक पाकिस्तान के साथ हुआ था और भारत ने जीत दर्ज की थी। इस युद्ध में हमारे करीब 1500 वीर जवानों ने शहादत दी थी। इनमें तीन सैनिक शामली के भी थे। इस कार्यक्रम के माध्यम से 1971, 1965, 1962 के युद्ध समेत अब तक शहीद हुए सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रसन्न चौधरी ने कहा कि हमें हमारी सेना पर गर्व है। हम इसीलिए चैन की नींद सो पाते हैं, क्योंकि हमें पता होता है कि सैनिक बार्डर पर हमारी रक्षा के लिए खड़े हैं। समय-समय पर जब भी युद्ध हुए, हमारे वीर सैनिकों ने दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिए। पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष सूबेदार (सेनि) संजीव कुमार ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान सूबेदार मेजर (सेनि) विजय पाल सिंह, डॉ. राजपाल सिंह, यशपाल पंवार, रविद्र मलिक, सतेंद्र मलिक, तेजपाल मलिक, कैप्टन (सेनि) लोकेंद्र सिंह, पदम सिंह, रविद्र मलिक, विनोद हरड़फतेहपुर, चरण सिंह, विनोद कुमार

आदि मौजूद रहे। नहीं पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी, रोष

हवलदार (सेनि) तेजपाल वशिष्ठ ने बताया कि विजय दिवस कार्यक्रम के लिए तमाम प्रशासनिक अधिकारियों को आमंत्रित किया गया था, लेकिन बेहद खेद का विषय है कि कोई भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा। पूरे कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों को यह अखरता रहा। देश के लिए बलिदान देने वालों और देश की सेवा करने वालों को सम्मान दिया जाना चाहिए था। इन शहीदों के परिजनों का हुआ सम्मान

भारत-पाक युद्ध वर्ष-1971

नाला गांव निवासी सिपाही चरण सिंह, कुरमाली निवासी नायक जयपाल सिंह, बुटराड़ी गांव निवासी हवलदार जगदीश प्रसाद

भारत-पाक युद्ध वर्ष-1965

मालेंडी गांव निवासी सिपाही धर्मवीर सिंह, गढ़ीरामकौर निवासी सिपाही रामभज, सिपाही नर सिहं, लिलौन निवासी सिपाही नवाब सिंह, कसेरवा कला निवासी सिपाही हरपाल सिंह, लिलौन निवासी लांस नायक प्रकाशचंद, रोहणी हाजीपुर निवासी सिपाही पूर्ण सिंह, नया गांव निवासी सिपाही जयपाल सिंह भारत-चीन युद्ध वर्ष-1962

खंद्रावली गांव निवासी सिपाही रामचंद्र ऑपरेश पराक्रम

मीमला गांवा निवासी दफेदार सत्यपाल सिंह, हसनपुर निवासी सिपाही सतेंद्र कुमार, करौदा हाथी निवासी गनर विपिन मलिक, शामली के रेलपार मोहल्ला निवासी प्रवेंद्र कुमार, ताना गांव निवासी सैपर ड्राइवर राजीव कुमार, बहावड़ी गांव निवासी सिपाही विपिन कुमार, रेहडा हरसाना निवासी लांस नायक विनोद कुमार, सिक्का निवासी हवलदार सुशील। ऑपरेशन रक्षक

सिभालका गांवा निवासी नायक रविद्र कुमार, राजपुर छाजपुर निवासी गनर कंवर सिंह, राइफलमैन लोकेश कुमार, सिभालका गांव निवासी मेजर देशराज, इस्सोपुर टील निवासी सिपाही अनिल कुमार, हसनपुर निवासी हवलदार सोहनबीर, नाला गांव निवासी ग्रेनेडियर्स दिनेश कुमार


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