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अतिक्रमण जस का तस, फिर क्यों न लगे जाम

शामली जेएनएन गन्ने का सीजन शुरू होते ही शहर में जाम की समस्या विकराल होने लगी है। मिल में खराबी गन्ने के वाहनों का बढ़ने के साथ ही जाम का एक प्रमुख कारण अतिक्रमण भी है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने शहर में पैदल मार्च किया और अतिक्रमणकारियों को कार्रवाई की चेतावनी दी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 10:16 PM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 06:01 AM (IST)
अतिक्रमण जस का तस, फिर क्यों न लगे जाम
अतिक्रमण जस का तस, फिर क्यों न लगे जाम

शामली, जेएनएन : गन्ने का सीजन शुरू होते ही शहर में जाम की समस्या विकराल होने लगी है। मिल में खराबी, गन्ने के वाहनों का बढ़ने के साथ ही जाम का एक प्रमुख कारण अतिक्रमण भी है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने शहर में पैदल मार्च किया और अतिक्रमणकारियों को कार्रवाई की चेतावनी दी। लोक निर्माण विभाग ने कुछ भवनों पर लाल निशान भी लगाए। पुलिस ने अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान भी चलाया, लेकिन अतिक्रमण की स्थिति जस की तस है। आय दिन जाम रहता है। चाहे गन्ने के वाहन सड़क पर हों या नहीं।

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शहर की ऐसी कोई मुख्य सड़क नहीं है, जिस पर अतिक्रमण बेहिसाब न हो। दुकानों का सामान नाले-नालियों से आगे सड़क तक रखा रहता है। विजय चौक से लेकर धीमानपुरा फाटक तक यही स्थिति है। दिल्ली रोड पर तो और अधिक अतिक्रमण है। इसके अलावा रेहड़ी-ठेली भी सड़कों पर खड़ी रहती हैं। तमाम अस्थाई दुकानें भी लगती हैं। पार्किंग नहीं है तो सभी वाहन भी सड़कों के किनारे ही खड़े होते हैं। ऐसे में वाहनों के चलने के लिए काफी कम जगह बचती है। ऐसे में सड़कों पर जरा वाहनों का दबाव बढ़ता है तो जाम लग जाता है। जिम्मेदार अतिक्रमण पर कार्रवाई के लिए ज्यादा गंभीर भी नहीं नजर आते। एक साल के भीतर दो बार जोर-शोर से अभियान चलाने का प्लान बनाया गया, लेकिन दो-दो दिन चलकर अभियान रुक गया।

व्यापार मंडल की अपील का भी असर नहीं

पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल की कुछ दिन पूर्व बैठक हुई थी। इसमें अपील की गई थी कि व्यापारी दुकानों के आगे रखे सामान को हटा लें। अगर पुलिस, प्रशासन और नगर पालिका की ओर से कार्रवाई की जाएगी तो संबंधित व्यापारी की जिम्मेदारी होगी। इस अपील का भी कोई असर नहीं दिखा है। व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास गर्ग का कहना है कि अतिक्रमण करना एक सामाजिक बुराई है। व्यापारियों को कहा है कि वह अतिक्रमण बिल्कुल न करें। यह प्लान में नहीं हुआ कामयाब

त्योहारी सीजन में फव्वारा चौक के पास एक स्थान चिन्हित किया गया था। इसमें रेहड़ी-ठेलियां और अस्थाई दुकानें लगने थी। अपील भी की गई और सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी, लेकिन रेहड़ी-ठेली लगाने वहां नहीं पहुंचा।

इन्होंने कहा..

अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी दी गई है। पुलिस भी अतिक्रमण हटवा रही है। जल्द ही प्रशासन, पुलिस और नगर पालिका द्वारा संयुक्त रूप से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू किया जाएगा।

- अरविद कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी शामली


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