वेदों में सार्वभौमिक शिक्षा विद्यमान: डॉ. प्रियंवदा
वेदों में सार्वभौमिक शिक्षा विद्यमान डॉ. प्रियंवदा
शामली: आर्य समाज शामली के 144वें स्थापना दिवस समारोह का वैदिक यज्ञ, ध्वजारोहण और भजन-प्रवचन के साथ शुभारंभ हुआ। 14 अप्रैल को 31 कुंडीय विराट यज्ञ किया जाएगा।
प्रथम दिन नजीबाबाद गुरुकुल से आई आचार्या डॉ. प्रियंवदा वेदभारती ने कहा कि परमात्मा का ज्ञान न तो कभी समाप्त नहीं होता है और न ही बासी। संस्कृत केवल भाषा नहीं है, अपितु दैवीय ज्ञान है। यदि आपको अपने अस्तित्व को बचाए रखना है तो वेदानुकुल जीवन यापन करना होगा। वेदों में सार्वभौमिक शिक्षा विद्यमान है। वेद की आज्ञाओं का पालन करने से ही जीवन सफल होगा। परमेश्वर के निकट पहुंचने के लिए वेद का ज्ञान धारण करना होगा। वेदों से दूर होने से ज्ञान, बल, धन का पतन होता है। वेदों का पढ़ना-पढ़ाना, सुनना-सुनाना सभी आर्यों का परम धर्म है। इससे पहले हुए यज्ञ में यज्ञ ब्रह्मा पुरोहित डॉ. रविदत्त शास्त्री रहे। इस दौरान आर्य समाज शामली के संरक्षक रघुवीर सिंह आर्य, पूर्णचंद आर्य, प्रधान विनोद आर्य, मंत्री देवेंद्र देव आर्य, कोषाध्यक्ष रविकांत आर्य, राजपाल आर्य, दिनेश आर्य, रामेश्वर दयाल आर्य, वेदप्रकाश आर्य, सूर्यप्रताप सिंह, शुभम आर्य आदि मौजूद रहे।